नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मणिपुर हिंसा पर निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारे देश के एक राज्य में हिंसा हो रही है क्या हम उसकी निंदा भी नहीं कर सकते। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा नहीं कर सकते।
लखनऊ। यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र की शुरूआत आज से हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि हम जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बीते छह वर्षों में राज्य ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। हम विधानसभा अध्यक्ष और विपक्षी दलों से अपील करते हैं कि बाढ़ और सूखे पर चर्चा करें।
इस दौरान सपा विधायकों ने महंगाई, मणिपुर हिंसा समेत अन्य मामलों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग सदन की कार्यवाही चलने दें। शोर मत मचाइए। हालांकि, नारेबाजी जारी रही। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि हम आपको अव्यवस्था फैलाने की अनुमति नहीं दे सकते।
इस दौरान यूपी विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मणिपुर हिंसा पर निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारे देश के एक राज्य में हिंसा हो रही है क्या हम उसकी निंदा भी नहीं कर सकते। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा नहीं कर सकते। जिस पर अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा कि क्या इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बयान नहीं जारी कर सकते। उन्हें इस पर बोलना चाहिए और मणिपुर में हो रही हिंसा पर निंदा करनी चाहिए।
वहीं, मणिपुर हिंसा (Manipur violence) पर निंदा प्रस्ताव की मांग पर यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि, सभी नेता अपने अपने क्षेत्र की चिंता करें और वहां सं संबंधित सवाल को उठाएं। उन्होंने कहा कि किसी अन्य राज्य में हो रही हिंसा की चर्चा यहां नहीं हो सकती है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित प्रश्न उठाइए।