रिटायरमेंट के दो दिन पहले ही वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दुर्गाशंकर मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बुलाकर उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्य सचिव बना दिया गया। रिटायरमेंट से दो दिन पहले ये जिम्मेदारी मिलने पर कई आईएएस अफसरों की उम्मीदें टूट गईं, जो मुख्य सचिव बनने की राह देख रहे थे। मुख्य सचिव की रेस में गिने जाने वाले 1984 से 1987 बैच के कई आईएएस अफसर दुर्गाशंकर की कार्यावधि में ही रिटायर हो जाएंगे।
लखनऊ। रिटायरमेंट के दो दिन पहले ही वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दुर्गाशंकर मिश्रा (Durgashankar Mishra) को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बुलाकर उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्य सचिव बना दिया गया। रिटायरमेंट से दो दिन पहले ये जिम्मेदारी मिलने पर कई आईएएस अफसरों की उम्मीदें टूट गईं, जो मुख्य सचिव बनने की राह देख रहे थे। मुख्य सचिव की रेस में गिने जाने वाले 1984 से 1987 बैच के कई आईएएस अफसर दुर्गाशंकर की कार्यावधि में ही रिटायर हो जाएंगे।
बता दें कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 31 अगस्त 2019 को 1985 बैच के आईएएस अफसर राजेंद्र कुमार तिवारी (Rajendra Kumar Tiwari) को मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति की थी। राजेंद्र कुमार की नियुक्ति के समय कई और नाम भी सुर्खियों में थे। साथ ही कहा जाने लगा था कि राजेंद्र कुमार तिवारी (Rajendra Kumar Tiwari) पूरे कार्यकाल तक नहीं रह पायेंगे।
आखिरकार ये बात कुछ हद तक सत्य भी हुई। दरअसल, राजेंद्र कुमार तिवारी (Rajendra Kumar Tiwari) लंबे समय तक कामचलाऊ मुख्य सचिव बनाए रखने से उनको बीच में हटाने की आशंका की जाने लगी थी। हालांकि, फरवरी 2020 में उनकी नियमित नियुक्ति हुई। हालांकि, इसके बाद भी कई वरिष्ठ आईएएस अफसर इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते रहे।
हालांकि, उनके सपनों पर तब पानी फिर गया जब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बुलाकर 1984 बैच के आईएएस अफसर दुर्गाशंकर मिश्रा को मुख्य सचिव बना दिया गया। साथ ही उन्हें एक साल का सेवा विस्तार भी दे दिया गया। ऐसे में दावेदारी पेश करने वाले कई वरिष्ठ आईएएस अफसर इनकी कार्यअवधि के बीच में ही रिटायर हो जाएंगे।
ये आईएएस अफसर इस साल होंगे रिटायर
नाम बैच सेवानिवृत्ति का माह
देवाशीष पांडा (1987 बैच) जनवरी
टी. वेंकटेश (1988 बैच) जनवरी
मो. इफ्तेखारुद्दीन (1985 बैच) फरवरी
संजय अग्रवाल (1984 बैच) मार्च
एमवीएस रामीरेड्डी (1988 बैच) अप्रैल
प्रभात कुमार सारंगी (1986 बैच) अप्रैल
आलोक सिन्हा (1986 बैच) अप्रैल
मुकुल सिंघल (1986 बैच) अप्रैल
अवनीश कुमार अवस्थी (1987 बैच) अगस्त
आलोक टंडन (1986 बैच) सितंबर
डिंपल वर्मा (1989 बैच) सितंबर
राजन शुक्ला (1988 बैच) नवंबर
शालिनी प्रसाद (1985 बैच) नवंबर
दुर्गाशंकर मिश्रा (1984 बैच) दिसंबर