आयुर्वेद में अपराजिता का बहुत महत्व है। अपराजिता को भगवान विष्णु का प्रिय पुष्प माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, अपराजिता को घर में लगाना शुभ और लाभकारी होता है।
Vastu Tips : आयुर्वेद में अपराजिता का बहुत महत्व है। अपराजिता को भगवान विष्णु का प्रिय पुष्प माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, अपराजिता को घर में लगाना शुभ और लाभकारी होता है। यह पौधा सफलता की निशानी है। अपने बागवानी में इस पौधे को लगाने से घर के सदस्यों का मूड बना रहता है। नीले रंग की अपराजिता सम्मोहित करती। आइये जानते है अपराजिता लगाने की सही दिशा और उसके फायदे।
घर में संपन्नता आती है
मान्यता है कि नीली अपराजिता में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसको घर में लगाने से धन आगमन बना रहता है। कहा जाता है कि, नीली अपराजिता की बेल जैसे-जैसे बढ़ती है घर में संपन्नता आती है।
देव को अर्पित करना शुभ माना जाता है
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए और शनि की साढ़ेसाती में लाभ पाने के लिए शनिवार के दिन नीली अपराजिता शनि देव को अर्पित करना शुभ माना जाता है।
सर्वोत्तम दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार नीली अपराजिता लगाने के लिए ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा सर्वोत्तम मानी गई है।