वास्तु शास्त्र के नियम का पालन करने से जीवन खुशहाली है। वास्तु शास्त्र में जीवन के प्रत्येक पहलू पर समाधान बताए गए है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश न मिले इसके लिए ऊर्जा संतुलन का नियम वास्तु शास्त्र में बताया गया। भोजन तन मन को ऊर्जा देता है।
Vastu Tips : वास्तु शास्त्र के नियम का पालन करने से जीवन खुशहाली है। वास्तु शास्त्र में जीवन के प्रत्येक पहलू पर समाधान बताए गए है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश न मिले इसके लिए ऊर्जा संतुलन का नियम वास्तु शास्त्र में बताया गया। भोजन तन -मन को ऊर्जा देता है। भोजन की संपूर्ण ऊर्जा शरीर को मिलती रहे इसके लिए वास्तु शास्त्र में भोजन करने के नियम बताए गए है। इन नियमों का पालन करके व्यक्ति धन हानि से बच सकता है। आइये जानते है भोजन करने के कुछ नियम।
1.हमेशा भोजन बैठकर करें। कभी भी सीधे जमीन पर बैठकर भोजन न करें, बल्कि आसन बिछाएं।
2.बिस्तर पर बैठ कर भोजन नहीं करना चाहिए।
3.खाना खाते समय क्रोध और बातचीत न करें। इसके अलावा भोजन करते समय अजीब सी आवाजें निकालना भी अच्छा नहीं होता।
3.वास्तु के अनुसार रात के समय किचन में जूठे बर्तन छोड़ने से धन की हानि होती है।
4.वास्तु शास्त्र के अनुसार रात को बाथरूम में बाल्टी में पानी भरकर रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता है।
5.पानी से भरा बाल्टी किचन में रखने से आर्थिक स्थिति अच्छी होती है।
6.वास्तु शास्त्र के मुताबिक सूर्यास्त के बाद किसी को भी दान के रूप में दही, दूध और नमक नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होने लगता है। आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है।
7.सपने अपने हाथ से भोजन बनाने का मतलब अपने हाथ से भविष्य का निर्माण करना है। इस तरह के सपने देखने के अर्थ है कि प्रचुर मात्रा में धन लाभ प्राप्त होने की भी संभावना है।