घर विकास का स्रोत होता है। खुशियों के घर में व्यक्ति को मानसिक चिंताएं,बाधाएं उसके जीवन को कदम कदम पर रोकने लगे तब व्यक्ति निराश होने लगता है।
Vastu Tips : घर विकास का स्रोत होता है। खुशियों के घर में व्यक्ति को मानसिक चिंताएं,बाधाएं उसके जीवन को कदम कदम पर रोकने लगे तब व्यक्ति निराश होने लगता है। ज्योतिष में आहार लेने के लिए विधि विधान बताए गए है। विधि पूर्वक भोजन ग्रहण् करने पर वह पुष्टिवर्धक होता है। ऐसा भोजन तन मन को शुद्ध रखता है। आइये जानते है कि भोजन ग्रहण करने के नियम क्या है।
1.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बेड में खाया गया खाना पुष्टिवर्धक नहीं होता
2.बिस्तर पर भोजन करने से बुरे स्वप्न आते है। यदि स्वप्न में भोजन करते हुए दिखाई दे तो यह रोग को निमंत्रण देने वाला होता है।
3.बिस्तर पर बैठकर भोजन करने से बचना चाहिए।
4.शास्त्र यह करते हैं कि भोजन और भजन जब भी करें। आसपास का वातावरण शांत हो, इसलिए बिस्तर बैठकर भोजन करने से बचना चाहिए।
5.भोजन आसन बिछाकर करना चाहिए।
6.बिस्तर में भोजन करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।