घर की वह जगह जहां से का मेहमानों आदर सत्कार किया जाता है उसे ड्राइंग रूम कहते है। इस कमरे की साज सज्जा सर्वाधिक प्रभावी ढंग से होती है। इसका प्रभाव मेहमानों पर भी पड़ता है।
Vastu Tips : घर की वह जगह जहां से का मेहमानों आदर सत्कार किया जाता है उसे ड्राइंग रूम कहते है। इस कमरे की साज सज्जा सर्वाधिक प्रभावी ढंग से होती है। इसका प्रभाव मेहमानों पर भी पड़ता है। सजा हुआ ड्राइंग रूम घर के सदस्यों की रचनात्मकता को भी दर्शाता है। घरों की साज-सज्जा भारतीय जीवन शैली का हिस्सा है। घर चमकता दमकता दिखे इसके लिए गृहस्वामी घर की दीवारों पर रंग रोगन करवाता है। दीवारों पर प्रभावशाली चित्रों को लगाता है।
प्राचीन ग्रंथ वास्तु शास्त्र में ड्राइंग रूम किस दिशा में हो और इस कमरे में साज सज्जा कैसे हो इसके लिए उपाय बताया गया है। आइये जानते है कुछ महत्वपूर्ण उपायों के बारे में ।
1. ड्राइंग रूम का निर्माण ईशान कोण से पूर्व की ओर और उत्तर से वायव्य कोण की ओर होना चाहिए
2. ड्राइंग रूम में फूल अथवा पानी की तस्वीर लगा सकते हैं।
3.ड्राइंग रूम का मुख्य गेट पूर्व दिशा में या फिर उत्तर दिशा में रखना चाहिए.
4.ड्राइंग रूम में घर के मुखिया के बैठने का स्थान उस जगह पर रखना चाहिए, जहां पर बैठने से उसका मुख उत्तर या फिर पूर्व दिशा की ओर रहे
5.ड्राइंग रूम में समुद्र किनारे दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर लगाना अच्छा रहता है।
6. ड्राइंग रूम में भगवान के चित्र लगाना चाहते हैं तो पूर्व और उत्तर दिशा इसके लिए शुभ है।