कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक बार फिर सीजफायर पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, आज पूरा देश जानना चाहता है-जब हमारी फौज ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था, तो किन शर्तों पर सीजफायर किया गया? ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार की धमकी देकर सीजफायर करवाया, ऐसे में PM मोदी उनके बयानों का खंडन क्यों नहीं कर रहे?
नई दिल्ली। लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा जारी है। गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में जानकारी दी है कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले तीनों आतंकी मार दिए गए हैं। वहीं, विपक्ष के नेता सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। वो पूछ रहे हैं कि, किन शर्तों पर सीजफायर किया गया है।
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक बार फिर सीजफायर पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, आज पूरा देश जानना चाहता है-जब हमारी फौज ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था, तो किन शर्तों पर सीजफायर किया गया? ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार की धमकी देकर सीजफायर करवाया, ऐसे में PM मोदी उनके बयानों का खंडन क्यों नहीं कर रहे?
इससे पहले भी उन्होंने लोकसभा में बोलते हुए सीजफायर को लेकर मोदी सरकार को घेरा था। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 28 बार कहा-मैंने व्यापार की धमकी देकर सीजफायर करवाया। ट्रंप यहीं नहीं रुके, उन्होंने भारत के जहाज गिरने और कश्मीर मुद्दे तक का जिक्र किया, लेकिन PM मोदी ने एक बार भी उनकी बातों का खंडन नहीं किया।
उन्होंने आगे कहा, अमेरिका, भारत के साथ पाकिस्तान की बराबरी नहीं कर सकता। इसलिए सरकार को एक रास्ता चुनना होगा-या तो हाथ मिलाओ या आंख दिखाओ। सरकार या तो डोनाल्ड ट्रंप को जवाब देकर उनका मुंह बंद करे या फिर हिंदुस्तान में अमेरिका के McDonald’s बंद करवाए। ये दोनों चीजें साथ-साथ नहीं चल सकतीं।