कई महिलाओं को कुकर में दाल पकाने या फिर कुछ और पकाने में दिक्कत रहती है कि कुकर से दाल या अन्य चीजें बहने लगती हैं। जिसकी वजह से गैस से लेकर किचन तक गंदा हो जाता है। कुकर से दाल आदि बहने का मतलब होता है उसमें से गैस का लीक होना।
कई महिलाओं को कुकर में दाल पकाने या फिर कुछ और पकाने में दिक्कत रहती है कि कुकर से दाल या अन्य चीजें बहने लगती हैं। या फिर सीटी नहींं लगती है। जिसकी वजह से गैस से लेकर किचन तक गंदा हो जाता है। कुकर से दाल आदि बहने का मतलब होता है उसमें से गैस का लीक होना।
ऐसा तब होता है जब कुकर का ढक्कन ठीक से बंद न करने पर ऐसा होता है। कुकर का ढक्कन ढीला बंद करने, या रबड़ ढीला होने या ढंग से न लगा होने की वजह से कुकर में सीटी नहीं होती है। अक्सर आपसे कुकर की दाल या बाकी चीजें बह जाती हैं तो आप इन टिप्स की मदद से कुकर में सीटी भी लगेगी औऱ दाल भी नहीं बहेगी।
अगर कुकर का ढक्कन लगाते ही उसके अंदर से पानी बाहर निकलने लगता है तो आप आटे का इस्तेमाल कर सकती है। कुकर कीजिस जगह के गैस निकल रही है उस जगह पर गूंथा हुआ आटा चिपका सकती है।
इसके अलावा कुकर का ढक्कन ढीला हो गया है तो उससे भाप निकल रही हो तो बेहतर है आप पहले लीड को टाइट करके देखें। कुकर के ढक्कन में काले रंग का रबर लगाया जाता है। लंबे इस्तेमाल के बाद कई बार ये ढीला होकर खराब या कट जाता है।
जिसकी वजह से भी कुकर से गैस बाहक निकलने लगती है। अगर ऐसा है तो रबर को तुरंत बदल दें। हर दो से तीन महीने पर रबड़ बदल देनी चाहिए। कई बार कुकर का रबड़ जल्दी जल्दी ढीला हो जाता है।
जिसकी वजह से खाना पकाते समय उसमें से भाप बाहर निकलने लगती बार बार गर्म होने से रबड़ लूज हो जाता है। ऐसे में आप खाना पकाने से पहले रबड़ को कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें। रबड़ ठंडा होने पर सिकुड़ता है जिससे ढक्कन में आराम से फिट हो जाएगा।