कश्मीर के ऊपरी इलाकों में सोमवार को हल्की बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हुई, जिसके बाद माना जा रहा है कि समय से पहले ही सर्दी ने दस्तक दे दी है। बर्फबारी और बारिश के कारण तापमान में कमी आ गई तथा लोगों ने गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिया है।
श्रीनगर : कश्मीर के ऊपरी इलाकों में सोमवार को हल्की बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हुई, जिसके बाद माना जा रहा है कि समय से पहले ही सर्दी ने दस्तक दे दी है। बर्फबारी और बारिश के कारण तापमान में कमी आ गई तथा लोगों ने गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिया है। मौसम में यह बदलाव 14 अक्टूबर से देखा जा रहा है। जब कई जगहों पर रुक-रुक कर बारिश हुई, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई, जबकि कुछ जगहों पर गरज के साथ तेज हवा चली। सोमवार को सुबह शुरू हुआ यह सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहने के आसार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) श्रीनगर के उप निदेशक मुख्तार अहमद (Srinagar Deputy Director Mukhtar Ahmed) ने पीटीआई-भाषा (PTI-Bhasha) को बताया कि मौसम में 18 अक्टूबर से सुधार होगा और 24 अक्टूबर तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है। 24 अक्टूबर तक भारी बारिश या बर्फबारी की संभावना कम है।
उन्होंने बताया कि गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट, पीर की गली, सिमथान दर्रा, गुरेज, तुलैल, सोनमर्ग, श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला दर्रा और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी हुई। अहमद ने कहा कि दिन के समय भी इन क्षेत्रों में बर्फबारी की उम्मीद है लेकिन मैदानी इलाकों में कोई बड़ी मौसमी गतिविधि के आसार नहीं है। उन्होंने बताया कि घाटी में पिछले तीन-चार साल से समय से पहले ही बर्फबारी देखने को मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में बर्फबारी देखी गई थी, लेकिन इस साल के लिए ऐसा कोई पूर्वानुमान नहीं है। हालांकि, ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की उम्मीद है, लेकिन मैदानी इलाकों में ऐसा होने के आसार कम ही हैं।
अहमद ने कहा कि किसान 18 अक्टूबर से फसलों की कटाई फिर से शुरू कर सकते हैं, लोगों को सलाह दी जाती है कि वह श्रीनगर-जम्मू और श्रीनगर-लेह राजमार्गों (Srinagar-Leh Highways) पर अनावश्यक यात्रा करने से बचें, यातायात सलाह का पालन करें और एहतियात के तौर पर गर्म कपड़े साथ रखें।
साहिल इकबाल (Sahil Iqbal) ने कहा कि मौसम विभाग (Weather Department) ने बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया था और ऐसा ही हुआ। लोगों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों ने सर्दियों की तैयारी शुरू कर दी है। घरों को गर्म रखने के लिए उपकरणों को इस्तेमाल करना शुरू हो गया है। सर्दी सामान्य समय से पहले आ गई है। पहले नवंबर में इस तरह का मौसम देखने को मिलता था।