लंदन के ओवल में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला अब रोमांचक मोड़ पर आ खड़ा है। इस मुकाबले में भारतीय टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद अजिंक्या रहाणे की 89 और शार्दूल ठाकुर की 51 रन की पारी ने भारत की वापसी कराई है। दोनों की साझेदारी के बदौलत भारत 296 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सका।
नई दिल्ली। लंदन के ओवल में खेला जा रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला अब रोमांचक मोड़ पर जा पहुंचा है। इस मुकाबले में भारतीय टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद अजिंक्या रहाणे की 89 और शार्दूल ठाकुर की 51 रन की पारी ने भारत की वापसी कराई है। दोनों की साझेदारी के बदौलत भारत 296 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सका। और फॉलो ऑन को बच सका। वहीं, अब चौथे दिन के खेल से मुकाबले का नतीजा तय होने वाला है।
तीसरे दिन 296 के स्कोर पर सिमटी भारतीय पारी
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के तीसरे दिन 151 रन स्कोर से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। श्रीकर भरत 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अजिंक्या रहाणे ने शार्दूल ठाकुर के साथ मिलकर पारी को संभाला। दोनों के बीच 109 रनों की अहम साझेदारी हुई। भारत की पहली पारी में अजिंक्या रहाणे ने सर्वाधिक 89 रनों का योगदान दिया, जबकि शार्दूल ठाकुर ने 51 रन की अहम पारी खेली। पहली पारी में भारतीय टीम 69.4 ओवर्स में 296 रन के स्कोर पर सिमट गयी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान पैट कमिंस ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके।
ऑस्ट्रेलिया को 296 रनों की बढ़त
173 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। ऑस्ट्रेलिया को 2 रनों के कुल स्कोर पर पहला झटका डेविड वार्नर के रूप में लगा। इसके बाद 24 रनों के स्कोर पर उस्मान ख्वाजा उमेश यादव के शिकार बने। वहीं, 86 रनों के स्कोर पर स्टीव स्मिथ और 111 रनों के स्कोर ट्रेविस हेड पवेलियन लौट गए। इस तरह से तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट खोकर 123 रन बना लिए हैं और उसे 296 रनों की बढ़त मिल चुकी है।
ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा अभी भी भारी
भारतीय टीम ने तीसरे दिन भले ही फॉलो ऑन बचा लिया हो, लेकिन मुकाबले में अभी भी ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। खेल के चौथे दिन अगर भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई पारी को जल्दी समेटने में नाकाम रहते हैं तो यह मुकाबला भारत के हाथों से निकल जाएगा। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों को 150 स्कोर के भीतर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को रोकना होगा। इसके बाद भारतीय टॉप ऑर्डर को अपना पूरा दमखम दिखाना पड़ेगा। नहीं तो मुकाबले का नतीजा ऑस्ट्रेलिया की जीता या ड्रॉ की ओर जाता दिख रहा है।