यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने मत्स्य विभाग (Fisheries Department) में योजनाओं के बेहतर संचालन और समन्वय के लिए पहली बार महानिदेशक की तैनाती है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक (IAS K. Ravindra Nayak) को मत्स्य विभाग का पहला महानिदेशक (Director General of Fisheries Department) बनाया है।
लखनऊ। यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने मत्स्य विभाग (Fisheries Department) में योजनाओं के बेहतर संचालन और समन्वय के लिए पहली बार महानिदेशक की तैनाती है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक (IAS K. Ravindra Nayak) को मत्स्य विभाग का पहला महानिदेशक (Director General of Fisheries Department) बनाया है। के. रविंद्र नायक सचिवालय प्रशासन, दुग्ध विकास और मत्स्य विभाग एवं पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव का भी दायित्व संभाल रहे हैं। मत्स्य विभाग (Fisheries Department) के पहले एमडी बने के. रविंद्र नायक को केंद्र व राज्य सरकार की वित पोषित नियंत्रण के साथ ही निदेशालय, मत्स्य विकास निगम और मत्स्यजीवी संघ के प्रशासनिक समन्वय की भी जिम्मेदारी संभालनी होगी।
जानें मत्स्य विभाग के काम क्या-क्या है?
मत्स्य विभाग में काम की बात की जाए तो मछुआरों, मछली किसानों और आम लोगों की सेवा करना, मछली उत्पादन बढ़ाना, रोजगार के अवसर पैदा करना, मछुआरों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति में सुधार लाना। उपलब्ध जल संसाधनों का मत्स्य विकास के लिए इस्तेमाल करना। जनता को प्रोटीन युक्त भोजन उपलब्ध कराना। मछुआ समुदाय का सामाजिक और आर्थिक विकास करना। अंतर्देशीय और जलाशय मत्स्य पालन के विकास की देखभाल करना। मछलियों का प्रजनन, पालन और कटाई कराने जैसे काम मत्स्य विभाग में होते हैं।
जानें आईएएस के. रविंद्र नायक के बारे में
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक (K. Ravindra Nayak IAS) 1995 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। के. रविंद्र नायक का जन्म तेलंगाना के महबूबनगर में 12 मई 1965 में हुआ था। उनका पूरा नाम खत्रवथ रविंद्र नायक है। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। सिविल सेवा परीक्षा में साल 1995 में सफलता हासिल करने के बाद वह प्रशासनिक सेवा में आ गये। अपनी प्रशासनिक सेवा के दौरान आईएएस के. रविंद्र नायक (IAS K. Ravindra Nayak) ने यूपी के विभिन्न जनपदों और विभागों में महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियां ईमानदारी से निभायीं। 3 सितंबर, 1995 को मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में उनकी नियुक्ति हुई। आईएएस श्री नाइक की शुरुआती पोस्टिंग लखीमपुर खीरी में सहायक मजिस्ट्रेट और सहायक कलेक्टर के रूप में हुई।
इसके बाद आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक ने झांसी और आगरा जनपद में संयुक्त मजिस्ट्रेट की भूमिका निभाई। साल 2002 में आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक ने बहराइच, मुजफ्फरनगर, बांदा, एटा, देवरिया, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी और अलीगढ़ समेत कई जनपद में जिलाधिकारी और कलेक्टर के पद का कार्यभार संभाला। साल 2011 में उन्हें गोरखपुर के संभागीय आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया।
इसके बाद आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक (IAS K. Ravindra Nayak) ने यूपी परिवहन आयुक्त के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभायीं। राज्यस्तरीय शासन में अपने अनुभव को आगे बढ़ाते हुए श्री नाइक ने शहरी विकास, पशुपालन, खेल और युवा कल्याण जैसे विभागों में यूपी सरकार के सचिव का दायित्व भी संभाला। साल 2019 के बाद आईएएस अधिकारी के. रविंद्र नायक ग्रामीण विकास और समाज कल्याण सहित विभिन्न विभागों में प्रधान सचिव पर भी तैनात रहे। के. रविंद्र नाइक (K. Ravindra Nayak) वर्तमान में सचिवालय प्रशासन, डेयरी विकास, मत्स्य पालन और पशुपालन के प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।