यूपी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लोगों को सीमित संख्या में प्रवेश देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी धार्मिक स्थल पर एक बार में पांच से ज्यादा लोगों के एंट्री करने पर रोक लगा दी है।
लखनऊ। यूपी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लोगों को सीमित संख्या में प्रवेश देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी धार्मिक स्थल पर एक बार में पांच से ज्यादा लोगों के एंट्री करने पर रोक लगा दी है। सरकार ने धार्मिक स्थल एक बार में पांच ही लोगों को एंट्री सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।
बता दें कि 13 अप्रैल से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। साथ ही रमजान के भी 13 अप्रैल से शुरुआत होने की उम्मीद है। इन त्योहारों पर मंदिरों और मस्जिदों में काफी भीड़ रहती है। सरकार के फैसले के बाद पांच लोगों को ही एक साथ प्रवेश मिल पाएगा। ऐसे में मंदिरों और मस्जिदों में ज्यादा भीड़ इकट्ठी नहीं हो पाएगी। रमजान के शुरुआती दिनों में रोजा खोलने के बाद तरावीह पढ़ने के लिए काफी लोग आते हैं, लेकिन सरकार के फैसले के बाद पांच लोगों को ही एक साथ प्रवेश मिल सकेगा और मस्जिदें खाली रहेंगी।
राज्य में नए मामलों में हो रही तेजी से बढ़ोतरी
बता दें कि शनिवार को यूपी में कोरोना संक्रमण के 12,787 नये केस सामने आए और 48 लोगों की जान गई। बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार को ही राज्य के गोरखपुर, बांदा और गोरखपुर में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश पर रोक लगाई गई, जबकि मथुरा में कृष्ण जन्मस्थली पर बगैर मास्क के नो एंट्री का ऐलान कर दिया है।
बाहर से आने वालों की टेस्टिंग पर जोर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक बैठक में कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक समेत कई प्रान्तों में कोरोना संक्रमण की स्थिति ज्यादा है। वहां से आने वालों लोगों की रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर कोविड टेस्टिंग अवश्य कराई जाए. इसके अतिरिक्त हर ग्राम पंचायत, वार्डों, नगर निकायों में निगरानी समितियां गठित कर उसे क्रियाशील किया जाए और वे इन्टीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सिस्टम से जुड़े होने चाहिए। कोविड से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी है।