पुराने समय से अगर किसी को भी पेट से जुड़ी या गैस आदि की समस्या होती थी तो दादी नानी कहती थी.. हींग का पानी पी लो ठीक जाएगा।
Benefits of Asafoetida: पुराने समय से अगर किसी को भी पेट से जुड़ी या गैस आदि की समस्या होती थी तो दादी नानी कहती थी.. हींग (Asafoetida)
का पानी पी लो ठीक जाएगा। इसके अलावा जिन लोगो को भूलने की अधिक परेशानी हो उनके लिए भी फायदेमंद है।
हींग (Asafoetida) जिन लोगों की स्मरण शक्ति कमजोर हो उन्हें दस ग्राम हींग भूनी, बीस ग्राम काला नमक और अस्सी ग्राम बाय-बडंग पीसकर तीनों को मिलाकर रोज थोड़ा-थोड़ा गर्म पानी के साथ फांकना चाहिए। उनकी याददाश्त अच्छी हो जाएगी।
हींग (Asafoetida) का पानी ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। इसमें हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है, जिसे ब्लड शुगर कम करने के लिए जाना जाता है। अगर शुगर के पेशेंट हींग के पानी का सेवन करेंगे तो फायदा पहुंच सकता है।
वेट लॉस में मददगार- वजन कम करने के लिए भी हींग का पानी किसी वरदान से कम नहीं है। हींग में anti-obesity और फैट लो करने वाला प्रभाव होता है। इसकी मदद से शरीर के वजन के साथ ही फैट को भी कम किया जा सकता है।
जिन महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स में बहुत अधिक दर्द हो तो हींग का पानी पी लें, इससे दर्द में काफी हद तक राहत मिल सकती है। हींग (Asafoetida) डिसमेनोरिया यानी मासिक धर्म के दौरान वाले दर्द में प्रभावी साबित हो सकता है।
हींग (Asafoetida) का पानी बनाने के लिए एक गिलास गुनगुना पानी ले लीजिए। इसमें आधा चम्मच हींग पाउडर को लेकर मिक्स करे। अब इस पानी को धीरे धीरे पिएं।
जिन लोगो की यादश्त कमजोर हो उन्हें दस ग्राम हींग भूनी, बीस ग्राम काला नमक और अस्सी ग्राम बाय-बडंग पीसकर तीनों को मिलाकर रोज थोड़ा-थोड़ा गर्म पानी के साथ फांकना चाहिए। याददाश्त अच्छी हो जाएगी।
घर में रोजाना पकने वाली दाल और सब्जियों में हींग (Asafoetida) का छौंक लगाना चाहिए इससे परिवार के लोगों की पेट की रक्षा करती है इसके अलावा छाती में बलगम या कफ जम जाने पर पानी में हींग डालकर लोशन बनाएं और दो-तीन दिन छाती पर मलें कफ खांसी के साथ बाहर आ जाएगा।
इसके अलावा जिनके पेट का हाजमा ठीक नहीं रहता उनके लिए भी हींग बेहद फायदेमंद है। हाजमा खराब होने पर पेट में तकलीफ होती है, हिंगाष्टक चूर्ण का सेवन करने से हाजमा ठीक हो जाएगा।
जिन लोगों को सुनने में तकलीफ होती है उनके लिए भी हींग (Asafoetida) लाभदायक है। कम सुनाई देने पर हींग को बकरी के दूध में घिसकर दो बूंद कान में डालें, फिर रुई लगाकर सो जाएं। सुबह कान साफ करें कुछ ही दिनों में अच्छे से सुनाई देने लगेगा।