1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. गिरफ्तार श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति पर आया शशि थरूर का बयान, रानिल से सम्मान से पेश आएं

गिरफ्तार श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति पर आया शशि थरूर का बयान, रानिल से सम्मान से पेश आएं

पूर्व मंत्री और सांसद शशि थरूर का श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि यह श्रीलंका का आंतरिक मामला और मैं इस बात का सम्मान करता हूं। वहां की सरकार से आग्रह करता हूं कि वह अपने पूर्व राष्ट्रपति के साथ सम्मान से पेश आएं। पूर्व राष्ट्रपति ने दशकों तक अपने राष्ट्र की सेवा की है।

By Satish Singh 
Updated Date

नई दिल्ली। पूर्व मंत्री और सांसद शशि थरूर का श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि यह श्रीलंका का आंतरिक मामला और मैं इस बात का सम्मान करता हूं। वहां की सरकार से आग्रह करता हूं कि वह अपने पूर्व राष्ट्रपति के साथ सम्मान से पेश आएं। पूर्व राष्ट्रपति ने दशकों तक अपने राष्ट्र की सेवा की है और वह इस सम्मान के हकदार है।

पढ़ें :- चिराग पासवान की पार्टी के जिलाध्यक्ष ने नाबालिग को बहला-फुसलाकर किया दुष्कर्म, पुलिस ने पाॅक्सो एक्ट में किया गिरफ्तार

कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को गिरफ्तार किए जाने पर चिंता जताई है। उन्होंने श्रीलंका सरकार से बदले की राजनीति छोड़ने और अपने पूर्व राष्ट्रपति के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने का आग्रह किया है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब श्रीलंका में रानिल विक्रमसिंघे को पद पर रहते हुए सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि रानिल विक्रमसिंघे के ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं वह मामूली प्रतीत होते हैं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी सेहत चिंता का विषय है। थरूर ने लिखा, “श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को मामूली आरोपों में हिरासत में लिए जाने को लेकर चिंतित हूं। उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पहले ही उन्हें जेल अस्पताल ले जाया जा चुका है। श्रीलंका के मीडिया के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी लंदन के एक निजी खर्च को सरकारी धन से पूरा करने के आरोपों को लेकर हुई है। विक्रमसिंघे छह बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। 2022 में आर्थिक संकट के दौरान जब राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए तो विक्रमसिंघे ने ही देश की कमान संभाली थी। उन्हें देश को आर्थिक संकट से निकालने का श्रेय भी दिया जाता है। बाद में 2024 में जब चुनाव हुए तो विक्रमसिंघे, अनुरा कुमारा दिसानायके से चुनाव हार गए।

पत्रकारों ने पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी को बताया था हस्यास्पद

वरिष्ठ श्रीलंकाई पत्रकार वेंकट नारायण ने भी पूर्व श्रीलंकाई राष्ट्रपति की गिरफ्तारी को हस्यास्पद बताया था। उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है। रानिल ने अपनी गिरफ्तारी के ठीक पहले कहा था, मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया। मैंने सिर्फ श्रीलंका के लिए काम किया है। और आप सभी मुझे जानते हैं। मुझे गिरफ्तार करना दर्शाता है कि राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके किस तरह के प्रशासन का नेतृत्व कर रहे हैं।

 

पढ़ें :- CJI सूर्यकांत का दो टूक आदेश, बोले-मंदिर का पैसा भगवान का है, घाटे में डूबे बैंकों के लिए नहीं हो सकता इस्तेमाल

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...