महिंद्र एक स्वदेशी वाहन निर्माता कंपनी है। कल के दिन विंग महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड और देश के रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना की सर्विस के लिए 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट वाहनों के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। महिंद्रा के द्वारा निर्माण किये जा रहे वाहन पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया व्हीकल्स होंगे। ये लाइट व्हीकल्स छोटे हथियारों के हमले से पूरी तरह से सुरक्षित होगा।
नई दिल्ली। महिंद्र एक स्वदेशी वाहन निर्माता कंपनी है। कल के दिन विंग महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड और देश के रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना की सर्विस के लिए 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट वाहनों के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। महिंद्रा के द्वारा निर्माण किये जा रहे वाहन पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया व्हीकल्स होंगे। ये लाइट व्हीकल्स छोटे हथियारों के हमले से पूरी तरह से सुरक्षित होगा।
बेहद चुस्त होने के नाते ये वाहन आसानी से ऑपरेशन एरिया में छोटे स्वतंत्र टुकड़ियों की भी सहायता करने में सक्षम होगा। इन वाहनों की कीमत 1,056 करोड़ आंकी गई है, जिसकी आपूर्ति अगले चार वर्षों में पूरी करने की योजना है। ये प्रोजेक्ट भारत की स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओं का प्रदर्शन करता है, इसके अलावा ये सरकार के आत्मनिर्भर भारत और ‘मेक इन इंडिया’ के पहल में भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, महिंद्रा का ये द लाइट स्पेशलिस्ट वाहन एक आधुनिक युद्धक वाहन है और इसे मीडियम मशीन गन, ऑटोमैटिक ग्रेनेड लांचर और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों की ढुलाई के लिए विभिन्न लड़ाकू इकाइयों के लिए अधिकृत किया जाएगा। महिंद्रा डिफेंस के अध्यक्ष एसपी शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, हमें भारतीय सेना के मानकों के अनुसार भारत में पहले ऐसे स्वदेशी वाहन के विकास और निर्माण पर गर्व है।
आपको बता दें कि महिंद्रा लंबे समय से भारतीय सेना के लिए स्वदेशी वाहनों का निर्माण कर रहा है। इंडियन आर्मी भी ज्यादातर भारतीय निर्माताओं पर ही निर्भर करती है, ताकि वे स्वनिर्धारित बख्तरबंद वाहनों को विकसित कर सकें जो किसी भी इलाके में आपात स्थिति से आसानी से निपट सकें। इन वाहनों को यह ध्यान में रखते हुए बनाया गया है कि वे सीमा पर या मुश्किल रास्तों पर आसानी से चलने में सक्षम हों।