प्रसिद्ध लठामार रंगीली होली की द्वितीय चौपाई सोमवार की देर शाम को लाडली जी मन्दिर से रंगेश्वर महादेव तक निकाली गयी। द्वितीय चौपाई में गोस्वामीजन अबीर गुलाल में सराबोर होकर झांझ ढप की ठाप पर नाचते हुए चल रहे थे। वहीं बुर्जुग लोग होली के पद गाते हुए अपनी मस्ती में चल रहे थे।
वृंदावन। प्रसिद्ध लठामार रंगीली होली की द्वितीय चौपाई सोमवार की देर शाम को लाडली जी मन्दिर से रंगेश्वर महादेव तक निकाली गयी। द्वितीय चौपाई में गोस्वामीजन अबीर गुलाल में सराबोर होकर झांझ ढप की ठाप पर नाचते हुए चल रहे थे। वहीं बुर्जुग लोग होली के पद गाते हुए अपनी मस्ती में चल रहे थे।
विश्व प्रसिद्ध लड्डू होली समापन के बाद लठामार होली की द्वितीय श्रीजी मंदिर से सुरु होकर दादी बाबा, बृषभान मंदिर, सुदामा चौक, होते हुए रंगीली गली स्थित रंगेस्वर महादेव पर अबीर गुलाल में सराबोर होकर झांझ ढप की ठाप पर नाचते हुए चल रहे थे। एक ओर जहां युवा नाचते हुए होली के रंग में सराबोर थे तो दूसरी और बुजुर्ग झांझ,ढप के साथ होली के पद गायन में सराबोर थे। रंगेस्वर महादेव को अबीर गुलाल अर्पित कर राधाकृष्ण के जय घोष करने लगे।