भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक (Olympic Gold Medal) दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने गुरुवार को पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) से मुलाकात की। विनेश की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई उनके दिल को छू गई और वह असली योद्धा हैं।
नई दिल्ली। भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक (Olympic Gold Medal) दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने गुरुवार को पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) से मुलाकात की। विनेश की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई उनके दिल को छू गई और वह असली योद्धा हैं। बता दें कि विनेश को बुधवार को ओलंपिक फाइनल (Olympic Final) से पहले डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। 29 वर्षीय विनेश को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण 50 किग्रा स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अचानक संन्यास लेने की घोषणा कर दी। विनेश कुश्ती में ओलंपिक फाइनल (Olympic Final) में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान (Indian Women Wrestler) हैं।
Dear Vinesh, It is said that sport is a celebration of human will. I have known that to be true many times in my career but never has it resonated more than today. As I look around me, I see a nation… pic.twitter.com/XflL03FJjY
— Abhinav A. Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) August 8, 2024
बिंद्रा ने उनसे मुलाकात की कुछ तस्वीरों के साथ एक्स पर लिखा कि ऐसा कहा जाता है कि खेल मानवीय इच्छाशक्ति का उत्सव है। मैंने अपने करियर में कई बार यह सच होते देखा है, लेकिन अभी से ज्यादा कभी भी यह सच नहीं हुआ। जब मैं अपने चारों ओर देखता हूं, तो मुझे एक राष्ट्र और उसके लोग आपके दृढ़ संकल्प का जश्न मनाते हुए दिखाई देते हैं।
उन्होंने लिखा कि आप मैट पर और मैट से बाहर भी एक योद्धा हैं। आपके जरिये हम सीख रहे हैं कि हार के बावजूद भी अपने अंदर की लड़ाई को कभी नहीं हारना क्या मायने रखता है। आप एक योद्धा की सच्ची भावना को मूर्त रूप देती हैं। एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता तीन बार की ओलंपियन विनेश ने अपना वजन 50 किग्रा के भीतर रखने के लिए कई तरह के उपाय किए जिसमें भूखे रहना, तरल पदार्थों से परहेज करना और पूरी रात जागकर पसीना बहाना शामिल था।
हालांकि, वह वजन को भार वर्ग के दायरे में नहीं आ पाईं। अंत में उनके शरीर में पानी की कमी हो गई और उन्हें खेल गांव के एक पॉली क्लिनिक में भर्ती किया गया। बिंद्रा ने अपनी पोस्ट में आगे कहा, ‘सभी जीत एक जैसी नहीं होतीं। कुछ जीतें कैबिनेट में एक शानदार स्मारिका के रूप में समाप्त हो जाती हैं, लेकिन जो अधिक मायने रखती हैं, वे हमारे बच्चों को बताई जाने वाली कहानियों में अपना रास्ता बना लेती हैं।
उन्होंने कहा कि इस देश का हर बच्चा आपको चैंपियन के रूप में जानेगा। हर बच्चा आपके द्वारा दिखाए गए जज्बे के साथ जीवन का सामना करना चाहेगा। मैं इसके लिए आपको धन्यवाद करता हूं।’ विनेश ने ओलंपिक फाइनल (Olympic Final) से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ बुधवार को खेल पंचाट (कैस) में अपील की थी जिसमें मांग की गई है कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए। अभी इस पर फैसला होना बाकी है। हरियाणा की इस पहलवान ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI ) के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण (Former President Brij Bhushan) के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर एक महीने से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन किया था जिन पर महिला पहलवानों ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।