अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) में दहशत और डर का माहौल है। विद्रोहियों ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है उधर, अफगानिस्तान (Afghanistan) के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर वहां से चले गए हैं।
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) में दहशत और डर का माहौल है। विद्रोहियों ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है उधर, अफगानिस्तान (Afghanistan) के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर वहां से चले गए हैं।तालिबान (Taliban) के डर से लोग किसी तरह देश छोड़ने की कोशिश में हैं।देश में अफरा तफरी का माहौल है। अफगानिस्तान के लोग तालीबान के डर से वहां से भाग कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में इधर उधर भाग रहे है। अफगानिस्तान के इस नये हालात से इसके सीमावर्ती देश सतर्क हो गए है।
खबरों के अनुसार, तुर्की (Turkey) को अपने यहां अफगान शरणार्थियों (Afghan refugees) के आने का डर है। लिहाजा तुर्की अफगानिस्तान से आने वाले शरणार्थियों को रोकने के लिए ईरान से सटी सीमा पर एक दीवार बनवा रहा है। तुर्की अपनी ईरान की सीमा पर 295 किलोमीटर लंबी दीवार बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। फिलहाल 5 किलोमीटर का काम बचा है। पहले से ही लाखों सीरियाई शरणार्थी तुर्की में रह रहे हैं।
खबरों के अनुसार, अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती हिंसा के बावजूद काबुल एयरपोर्ट के संचालन के लिए तुर्की तैयार है। इसने कहा है कि विदेशी सैनिकों के अफगानिस्तान से हटने के बाद काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट की रखवाली करेगा। तुर्की के अधिकारियों ने पहले ही कहा था कि वे तालिबान की बढ़ते कब्जे की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र भी अफगानिस्तान के इस संकट को लेकर परेशान है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अफगानी नागिरिकों की जान बचाने और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तालिबान और सभी अन्य पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।