अफगानिस्तान में बंदूखों के बल पर कब्जा जमाने वाले तालिबान की कूरता कम नहीं हो रही है। पिछले तीनो दिनों से अफगानिस्तान में तालीबानी अत्याचार चरम पर है। तालिबानी लड़ाके बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, प्रवासी सबको ढूंढ कर उन पर जुल्म कर रहा है।
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान (Afghanistan) में बंदूखों के बल पर कब्जा जमाने वाले तालिबान की कूरता कम नहीं हो रही है। पिछले तीनो दिनों से अफगानिस्तान में तालीबानी अत्याचार चरम पर है। तालिबानी लड़ाके बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, प्रवासी सबको ढूंढ कर उन पर जुल्म कर रहा है। अफगानिस्तान में हो रही हिंसा और खून खराबे के बीच अमेरिका (US) अपने नागरिकों, अफगानी नागरिकों समेत अन्य लोगों को अफगानिस्तान (Afghanistan) से बाहर निकाल रहा है।
खबरों के अनुसार, 14 अगस्त से अभी तक अफगानिस्तान से 9000 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। वहीं, अकेले 19 अगस्त को ही 3000 लोगों को युद्धग्रस्त मुल्क से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। तालिबान के कब्जे के बाद से ही दुनियाभर के मुल्क अपने नागरिकों को देश से बाहर निकालने में जुटे हुए हैं।
खबरों के अनुसार,’19 अगस्त को अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से 16 C-17 ग्लोबमास्टर उड़ानों के जरिए लगभग 3,000 लोगों को बाहर निकाला। इसमें लगभग 350 अमेरिकी नागरिकों को निकाला गया। बाहर निकाले गए अतिरिक्त लोगों में अमेरिकी नागरिकों के परिवार के सदस्य, एसआईवी आवेदक और उनके परिवार और अफगान शामिल हैं। पिछले 24 घंटों में अमेरिकी सेना ने 11 चार्टर उड़ानों को भेजा है। 14 अगस्त से अब तक लगभग 9000 लोगों को निकाला है। जुलाई के अंत से हमने लगभग 14000 लोगों को बाहर निकाला है।’
तालिबान ने रविवार को अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था। 20 साल तक चले युद्ध के बाद देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान को अचानक मिली जीत से काबुल एयरपोर्ट पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई जहां से अमेरिका और संबद्ध देश अपने हजारों नागरिकों और सहयोगियों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं।