अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान का आतंक जारी है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय झंडे को दफ्तरों पर लगाए रखने की मांग की जा रही थी। अफगानिस्तान के जलालाबाद में तालिबानी लड़ाकों द्वारा सड़क पर ओपन फायरिंग की गई है।
Afghanistan crisis: अफगानिस्तान (Afghanistan) में काबुल (Kabul) सहित देश के अधिकतर हिस्सों पर तालिबान (Taliban) का कब्जा हो चुका है। कब्जे के बाद तालिबान (Taliban) सरकार बनाने की तैयारी में जुटा है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए है। तालिबान नेता अनस हक्कानी ने बुधवार को अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई से मुलाकात की। खबरों के अनुसार इस बैठक में अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत की गई।
अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान का आतंक जारी है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय झंडे को दफ्तरों पर लगाए रखने की मांग की जा रही थी। अफगानिस्तान के जलालाबाद में तालिबानी लड़ाकों द्वारा सड़क पर ओपन फायरिंग की गई है। यहां पर लोगों द्वारा अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा दफ्तरों पर लगाए रखने की मांग की जा रही थी, इसी को लेकर हो रहे प्रदर्शन में सड़क पर भीड़ इकट्ठा हुई। भीड़ को तितर बितर करने के लिए तालिबान ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए।
Breaking:
Protestors in Jalalabad city want the national flag back on offices & rejects Taliban terrorists’ flag. Taliban openly fires at protestors. Reports of casualties. pic.twitter.com/EFoy4oh3uT
— Najeeb Nangyal (@NajeebNangyal) August 18, 2021
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काबुल एयरपोर्ट पर भी लोग यहां से निकलने की आस में भीड़ लगाए बैठे हैं और तालिबानी लगातार गोलीबारी कर इन्हें काबू में करने की कोशिशों में हैं। देश की राजधानी में हर तरफ तालिबानी बंदूके लिए नजर आ रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को देश का केयरटेकर प्रेसिडेंट घोषित कर दिया है। सालेह की घोषणा का असर ताजिकिस्तान में भी दिखा। ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे स्थित अफगानिस्तान के दूतावास ने अशरफ गनी की तस्वीर को उखाड़ फेंका है। उनकी जगह पर अब अमरुल्ला सालेह की तस्वीर लगा दी है। इसके बगल में ही पंजशीर प्रांत के शेर कहे जाने वाले कमांडर अहमद शाह मसूद की भी तस्वीर लगाई गई है।