प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार प्रकाश पर्व के मौके पर राष्ट्र को संबोधित किया और इस दौरान तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दी। तीनों कृषि कानून वापस किए जाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर लिख है कि अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने शुक्रवार प्रकाश पर्व के मौके पर राष्ट्र को संबोधित किया और इस दौरान तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दी। तीनों कृषि कानून वापस किए जाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर लिख है कि अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा(Vijay Yatra) के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए।
भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी। आपको बता दें कि राष्ट्र के नाम आज के संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पांच दशक के अपने सार्वजनिक जीवन में मैंने किसानों की मुश्किलों, चुनौतियों को बहुत करीब से अनुभव किया है। पीएम मोदी ने कृषि कानूनों(Former Law) को पवित्र बताया और इस बात का अफसोस जताया कि वह और उनकी सरकार कुछ किसानों को समझाने में सफल नहीं हो पाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए कदमों को रेखांकित किया।