समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं था। भाजपा के लोग हृदयहीन है। यह भ्रष्टाचार छिपाने के लिए किसी की भी जान ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में भ्रष्टाचार की चर्चा तो आम लोगों में है। ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर हर पद के रेट तय है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं था। भाजपा के लोग हृदयहीन है। यह भ्रष्टाचार छिपाने के लिए किसी की भी जान ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में भ्रष्टाचार की चर्चा तो आम लोगों में है। ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर हर पद के रेट तय है। पूरा स्वास्थ्य विभाग बर्बाद हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार के सवाल पर कुछ लोग (यूपी के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक) का नाम लिए बगैर कहा कि श्लोक सुनाने लगते हैं। दवा, इलाज से लेकर हर जगह भ्रष्टाचार है।
अखिलेश ने कहा कि नकली दवाओं को लेकर जो जांच हुई थी क्या उनकी रिपोर्ट आयी, उस पर क्या कार्रवाई हुई? लोहिया संस्थान लखनऊ, सैफई मेडिकल कॉलेज और लखनऊ पीजीआई में कई पदों पर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार हुआ। दूसरे प्रदेश के एक ही कोचिंग संस्थान के ढाई सौ लोग कैसे नौकरी पा गए? सैफई मेडिकल कॉलेज में दो संस्थान के कई लोगों को नौकरी कैसे मिल गयी?
NRHM घोटाले के आरोपी मुकेश श्रीवास्तव की जड़े उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हैं काफी गहरी
बतातें चलें कि pardaphash.com स्वास्थ्य विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की खबरें लगातार प्रकाशित कर विभाग की कलई खोल रहा है। सूत्र बतातें हैं कि NRHM घोटाले के आरोपी मुकेश श्रीवास्तव की जड़े उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में काफी गहरी हैं। पिछले करीब 20 सालों से लगातार उसके इशारों पर स्वास्थ्य विभाग में बड़े खेल हो रहे हैं। मौजूद सरकार में भी NRHM के आरोपी मुकेश श्रीवास्तव पर अधिकारी मेहरबान है, जिसके कारण नियमों की अनदेखी कर वो लगातार फर्में बदलकर दवाओं और स्वास्थ्य उपकरणों की सप्लाई कर रहा है। सूत्रों की माने तो प्रदेश के करीब दो दर्जन जिलों में मुकेश और उससे जुड़ी हुई फर्में काम कर रही हैं और अधिकारी इनको काम देने के लिए हर नियम की जमकर अनदेखी कर रहे हैं।
ऐसा नहीं कि, मुकेश और उससे जुड़ी हुई फर्मों की शिकायत अधिकारियों और मुख्यमंत्री से न की गई हो। पयागपुर के भाजपा विधायक सुभाष त्रिपाठी से लेकर भाजपा नेता राहुल राठौर समेत कई अन्य नेताओं ने भी मुकेश और उससे जुड़ी फर्मों की शिकायत की थी। इनका आरोप है कि, नियमों की अनदेखी कर मुकेश को काम दिया जा रहा है, जबकि इसकी कई फर्में सीबीआई द्वारा चार्जशीटेड है। इसके बाद भी ये नई फर्म बनाकर स्वास्थ्य विभाग में नियमों के विपरीत काम करने में जुटा हुआ है।
कई करीबियों के नाम पर संचालित कर रहा फर्में
सूत्रों की माने तो मुकेश श्रीवास्तव और उससे जुड़ी हुई फर्मों की लगातार शिकायत होने के बाद उसने अपने करीबियों और रिश्तेदारों के नाम से फर्में बना लीं। अब इन फर्मों के जरिए वो स्वास्थ्य विभाग में बड़ा खेल कर रहा है। सबसे अहम बात है कि ये उन जिलों में सबसे ज्यादा काम करता है जहां पर इसके करीबी CMO तैनात होते हैं। अपने करीबी CMO की तैनाती के लिए भी मनीष अपना पूरा जोर लगा देता है। सूत्रों की माने तो प्रदेश में करीब एक दर्जन से ज्यादा जिलों में इसके करीबी CMO तैनात हैं।
इन जिलों में मुकेश का चलता है सिक्का
NRHM घोटाले के आरोपी मुकेश श्रीवास्तव और उससे जुड़ी हुई फर्मों का वैसे तो पूरे प्रदेश में सिक्का चलता है, लेकिन प्रदेश के बलरामपुर, गोंडा, संतकबीरनगर, बहराइच, मैनपुरी, मेरठ समेत कई ऐसे और जिले हैं, जहां पर इसको नियमों के विपरित काम दिया जाता है।