यूपी बीजेपी ईकाई में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, ऐसी अटकलें राजनीतिक गलियारों में लगाई जा रही हैं। बुधवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर 30 मंत्रियों की एक टीम बनाई है, जिसमें प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम नहीं हैं।
लखनऊ। यूपी बीजेपी ईकाई में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, ऐसी अटकलें राजनीतिक गलियारों में लगाई जा रही हैं। बुधवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर 30 मंत्रियों की एक टीम बनाई है, जिसमें प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम नहीं हैं। यानी कि सीएम योगी (CM Yogi) की इस टीम में केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) और ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) को शामिल नहीं किया गया है। सीएम योगी (CM Yogi) के स्पेशल 30 को यूपी के 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। (CM Yogi) ने अपने स्पेशल 30 के जरिए यूपी में होने वाले उपचुनाव के जीतने की रणनीति बनाएंगे।
10 विधानसभा सीटों पर 16 मंत्रियों को सौंपी कमान
करहल विधानसभा- जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय और अजीत पाल सिंह
मिल्कीपुर विधानसभा– सूर्य प्रताप शाही व मयंकेश्वर शरण सिंह गिरीश यादव और सतीश शर्मा
कटेहरी विधानसभा- स्वतंत्र देव सिंह व आशीष पटेल और दयाशंकर मिश्र
सीसामऊ विधानसभा- सुरेश खन्ना व नितिन अग्रवाल
फूलपुर विधानसभा- दयाशंकर सिंह व राकेश सचान
मझवां विधानसभा- अनिल राजभर आशीष पटेल रविंद्र जायसवाल रामकेश निषाद
ग़ाज़ियाबाद सदर विधानसभा- सुनील शर्मा बृजेश सिंह कपिल देव अग्रवाल
मीरापुर विधानसभा- अनिल कुमार व सोमेन्द्र तोमर और केपीएस मलिक
खैर विधानसभा- लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह
कुंदरकी विधानसभा- धर्मपाल सिंह व जेपीएस राठौर जसवंत सैनी और गुलाब देवी
बता दें कि बीते मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष और बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। बीते दिनों केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर भी कहा था कि जो कार्यकर्ता का दर्द है, वो मेरा दर्द है। इस बीच सीएम योगी ने बुधवार को मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। वहीं बीजेपी में चल रहे टेंशन को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर निशाना साधा। इसके साथ ही संगठन की ओर से वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है।