त्यौहार के बहाने ही सही, जो अपने लंबे वक्त से घर नहीं आए हैं, वो घर का दरवाज़ा खटखटा देते हैं, जिन चेहरों पर उदासी के बादल छाए हुए थे, वहां भी हंसी-खुशी की बारिश होती है, जिन रिश्तों में कुछ गिरहे पड़ गईं थी,
त्यौहार के बहाने ही सही, जो अपने लंबे वक्त से घर नहीं आए हैं, वो घर का दरवाज़ा खटखटा देते हैं, जिन चेहरों पर उदासी के बादल छाए हुए थे, वहां भी हंसी-खुशी की बारिश होती है, जिन रिश्तों में कुछ गिरहे पड़ गईं थी, वो सुलझ जाती है, जहां काफी समय से अंधेरा पसरा हुआ था वहां भी रोशनी खिलखिलाकर जल उठती है।
ये त्यौहार हर मायने में बहुत ख़ास होते हैं। बात चाहे होली की हो, रक्षाबंधन की हो, नवरात्रि की हो या फिर दीवाली की, ये त्यौहार हमारी ज़िदंगी में खुशियों के नए रंग लेकर आते हैं, हर रिश्ते में मुस्कुराहट भर देते हैं, कुछ खास यादें ज़िदंगी की किताब में जोड़ देते हैं।
अगर बात दीवाली की करें तो दीवाली की रौनक खुशियों में रंग भरती है। दीवाली ना केवल घर के अंधेरे को दूर करती है बल्कि दिल के अंधेरों को भी दूर करती है। इस दिन दियों की चमक से घर की नहीं बल्कि ज़िदंगियां भी रोशन होती है।
चारों ओर फैली दीवाली की रौनक, आतिशबाज़ी की चमक, मां लक्ष्मी के घर आगमन के लिए दरवाज़े पर बनी रंगोलियां, घर के मंदिर में होती लक्ष्मी-गणेश की पूजा, घर में अपनों और मेहमानों की चहल-पहल, बच्चों की खिलखिलाती हंसी, मिठाइयों और पकवानों की खुशबू, कितना कुछ खास होता है ना दीवाली के इस त्यौहार में, चलिए आपको इस त्यौहार के हर अलग रंग को आपको तस्वीरों के ज़रिए दिखाने की कोशिश करते हैं।