अमित शाह ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, मैं आज आप सबके माध्यम से भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमें आमने-सामने हैं। एक तरफ है मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन और दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन।
नई दिल्ली। भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में एनडीए सरकार की उपलब्ध्यिं को गिनाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। साथ ही कहा कि, 75 वर्ष में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखें हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय पर समयानुकूल विकास करने का प्रयास किया है। लेकिन आज मैं बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकता हूं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्षों में हुआ है।
इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, मैं आज आप सबके माध्यम से भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमें आमने-सामने हैं। एक तरफ है मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन और दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं एनडीए गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है।
कांग्रेस के साथी भी भ्रष्टाचारी
इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, जब कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है तो साथी भला क्यों पीछे रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए। इन्होंने ने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया। इसी वजह से आज इनका सारा नेतृत्व कोर्ट और एजेंसियों से दूर भाग रहा है।
घमंडिया गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती
मोदी जी के 10 वर्षों में आज देश विकसित भारत का स्वप्न लेकर आगे बढ़ रहा है। दूर-दूर तक घमंडिया गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है। इस वजह से वो आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं। इन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने, तीन तलाक, ओबीसी कमीशन का विरोध किया और तो और नारी शक्ति वंदन अधिनियम में भी इन्होंने काफी व्यवधान उत्पन्न किया।