लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को कई बड़े झटके लग चुके हैं। इसी क्रम में आज एक और दिग्गज नेता ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। वाराणसी से कांग्रेस के सांसद रहे राजेश मिश्रा ने मंगलवार भाजपा का दामन थाम लिया। दिल्ली में रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह के सामने राजेश मिश्रा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को कई बड़े झटके लग चुके हैं। इसी क्रम में आज एक और दिग्गज नेता ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। वाराणसी से कांग्रेस के सांसद रहे राजेश मिश्रा ने मंगलवार भाजपा का दामन थाम लिया। दिल्ली में रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह के सामने राजेश मिश्रा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। कहा जा रहा है कि, यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के बाद से वो नाराज चल रहे थे।
उन्होंने अपनी नाराजगी को खुलकर व्यक्त भी किया था। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हे सलेमपुर से मैदान में उतारा था। इस बार भी वह टिकट के दावेदार थे। कहा जा रहा है कि इस बार उन्होंने देवरिया के साथ ही भदोही से भी लड़ने की इच्छा जताई थी। माना जा रहा है कि भदोही से वह भाजपा के टिकट पर उतर सकते हैं।
2004 से 2009 तक थे सांसद
बता दें कि, राजेश मिश्रा की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती थी। राजेश मिश्रा 2004 से 2009 तक वाराणसी के सांसद रहे। उन्होंने तब के कद्दावर भाजपा नेता और लगातर कई बार से सांसद बन रहे शंकर प्रसाद जायसवाल को हराया था। दिल्ली में भाजपा ज्वाइन करने के बाद राजेश मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस में अपमानित किया जा रहा था।