सेना प्रमुख का कार्यभार संभालने के बाद जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) आधुनिकीकरण और भविष्य की रणनीति को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता रणनीतिक तैयारियों के उच्च मानकों को सुनिश्चित करना और आने वाली चुनौतियों से निपटना होगा। साथ ही कहा कि हमारा प्रसार सैन्य क्षेत्र की आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण पर होगा।
नई दिल्ली। सेना प्रमुख का कार्यभार संभालने के बाद जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) आधुनिकीकरण और भविष्य की रणनीति को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता रणनीतिक तैयारियों के उच्च मानकों को सुनिश्चित करना और आने वाली चुनौतियों से निपटना होगा। साथ ही कहा कि हमारा प्रसार सैन्य क्षेत्र की आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण पर होगा।
ऐसे में हम भारतीय सेना को और ज्यादा मजबूत करने का काम करेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि, मैं भारतीय सैन्य व्यवस्था में चल रहे सुधारों, पुनर्गठन और परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं ताकि सेना की परिचालन और कार्यात्मक दक्षता को बढ़ाया जा सके।
अंतर-सेवा सहयोग बढ़ाना भी हमारे प्रमुख लक्ष्यों में से एक होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक स्थिति तेजी से बदल रही है। हमारे सामने कई चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में हमे भारतीय सेना का कर्तव्य है कि वो सभी सेवाओं के साथ समन्वय में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहें।
मेरा प्रयास रहेगा कि मेरे पूर्ववर्तियों के कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने ये भी कहा कि मुझे गर्व है कि थल सेना का नेतृत्व मुझे सौंपा जा रहा है और मैं इसे पूरी विनम्रता से स्वीकार करता हूं।