1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. एटीएस ने फर्जी आधार कार्ड रैकेट का किया भंडाफोड़, कई राज्यों तक फैला नेटवर्क

एटीएस ने फर्जी आधार कार्ड रैकेट का किया भंडाफोड़, कई राज्यों तक फैला नेटवर्क

एटीएस ने फर्जी आधार कार्ड रैकेट का किया भंडाफोड़, कई राज्यों तक फैला नेटवर्क

By विजय चौरसिया 
Updated Date

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने एक बड़े फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह न सिर्फ यूपी बल्कि बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर तक सक्रिय था।

पढ़ें :- Toxic Cough Syrup Scandal : UPSTF की जांच में बड़ा खुलासा, फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र से लिया ड्रग लाइसेंस, अब ड्रग इंस्पेक्टरों पर गिरेगी गाज

जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग रोहिंग्या, बांग्लादेशी और नेपाली नागरिकों को फर्जी आधार कार्ड उपलब्ध कराता था। गिरोह के सदस्य जन सुविधा केंद्र के सुरक्षा सिस्टम को बायपास कर विशेष ऐप की मदद से आधार कार्ड तैयार करते थे। एक आधार कार्ड के लिए 2,000 रुपये से लेकर 40,000 रुपये तक वसूले जाते थे।

एटीएस के मुताबिक, इन फर्जी आधार कार्ड के आधार पर राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक अकाउंट और अन्य सरकारी दस्तावेज बनवाए जा रहे थे ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा सके।

इस कार्रवाई में आजमगढ़, गोरखपुर, सहारनपुर, मऊ, औरैया, कोलकाता, मुर्शिदाबाद, लखीसराय, कटिहार, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अभी और गिरफ्तारी की संभावना है तथा जांच जारी है।

करीब डेढ़ साल पहले भी रायबरेली के सरेनी ब्लॉक में ऐसा ही बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ था, जहां 50,000 से अधिक फर्जी आधार कार्ड पकड़े गए थे और 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उस समय ग्राम सचिव और जन सुविधा केंद्र के ऑपरेटर की मिलीभगत सामने आई थी।

पढ़ें :- राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर के खिलाफ लोकायुक्त के समक्ष परिवाद, 2017 से 2022 के बीच उनकी संपत्ति तीन गुना बढ़ने के आरोप

एटीएस का कहना है कि दोनों गिरोह भले ही अलग-अलग तरीके से काम कर रहे थे, लेकिन उद्देश्य एक ही था—फर्जी आधार कार्ड बनाकर सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करना।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...