प्रभुश्री राम... जिनमें संपूर्ण सृष्टि समाहित है। अयोध्या में उनके भव्य मंदिर के लोकार्पण और अचल मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ में चहुंओर उल्लास है। इसी क्रम में गोमतीनगर विस्तार में सरस्वती पुरम कामाख्या धाम मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस ऐतिहासिक पल को हर कोई अविस्मरणीय बना लेना चाह रहा है।
लखनऊ। प्रभुश्री राम… जिनमें संपूर्ण सृष्टि समाहित है। अयोध्या में उनके भव्य मंदिर के लोकार्पण और अचल मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ में चहुंओर उल्लास है। इसी क्रम में गोमतीनगर विस्तार में सरस्वती पुरम कामाख्या धाम मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस ऐतिहासिक पल को हर कोई अविस्मरणीय बना लेना चाह रहा है। कुछ ऐसा वातावरण बना है, जैसा अवधपुरी में प्रभु श्रीराम का प्राकट्य हुआ हो। ठीक वैसा ही, जैसा गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस में लिखा है कि-
ध्वज पताक तोरन पुर छावा। कहि न जाइ जेहि भांति बनावा।।
सुमनवृष्टि अकास तें होई। ब्रह्मानंद मगन सब कोई।।
रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है कि प्रभु श्रीराम के जन्म के समय पूरी अवधपुरी ध्वजा, पताका और तोरण से छा गई थी। आकाश से पुष्पवर्षा होने लगी थी। सभी लोग ब्रह्मानंद में मग्न हो गए थे। उस शोभा का वर्णन तुलसीदास जी भी नहीं कर सके थे। आज भी ठीक उसी तरह का वातावरण है।
प्रभुश्री राम… जिनमें संपूर्ण सृष्टि समाहित है। अयोध्या में उनके भव्य मंदिर के लोकार्पण और अचल मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ में चहुंओर उल्लास है। इसी क्रम में गोमतीनगर विस्तार में सरस्वती पुरम कामाख्या धाम मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। pic.twitter.com/2kxF8UfcJQ
— santosh singh (@SantoshGaharwar) January 21, 2024
पढ़ें :- प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी ने महाकुंभ की तैयारियों का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए अहम निर्देश
दीपोत्सव की तैयारी है। हर आम व खास व्यक्ति आह्लादित है। नगर अवधपुरी की तरह ही शोभायमान हो रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में लोग अपने घर या मोहल्ले में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दे रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गोमतीनगर विस्तार में सरस्वती पुरम कामाख्या धाम मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में शाखा विराट खंड 2 के मुख्य शिक्षक राधेश्याम सिंह (श्याम ज्वैर्ल्स) सहित भारी संख्या में क्षेत्र के महिलाओं व नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मां कामाख्या धाम जनकल्याण ट्रस्ट की तरफ से अध्यक्ष संरक्षक स्वामी ईसानंद सरस्वती ,उपाध्यक्ष ब्रह्म प्रकाश अवस्थी ,महामंत्री सौरभ यादव ,सचिन दीपा पाल, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार, संगठन प्रभारी सुरेश चंद्र व संगठन प्रभारी दीपक पाल आदि मौजूद थे।
स्वामी ईसानंद सरस्वती ने बताया की 22 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ वह भजन कीर्तन प्रभु कृपा तक प्रसाद वितरण एवं सा कल 7:00 बजे दीपक उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सभी भक्तगण आगामी 22 तारीख को अपने-अपने घरों में दीपक प्रभु के इस कार्यक्रम में दीप उत्सव मनाएं।