अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की चल रही तैयारियों के बीच राम मंदिर निर्माण की साधना में लीन साधकों के किस्से चर्चा के विषय बने हुए है।
Ayodhya Ram Temple Pran Pratistha : अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की चल रही तैयारियों के बीच राम मंदिर निर्माण की साधना में लीन साधकों के किस्से चर्चा के विषय बने हुए है। अयोध्या में नव निर्मित दिव्य ,भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होने वाला है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पूरे देश की झलक देखने को मिल रही है। अयोध्या मेंराम मंदिर बनने को लेकर साधू संतों ने कठिन प्रण लिए थे। अब जब वही घड़ी नजदीक आ गई है जब रामलला मंदिर में बिराजमान होने वाले है तब साधु संतों द्वारा लिया गया प्रण पूरा होने का समय आ गया है। इस अलौकिक क्षण का इंतजार राम भक्तों के साथ प्रण लिए साधु संतों को भी था। ऐसे अदृभुत समय में साधू संतों को अत्याधिक खुशी हो रही है।
मध्य प्रदेश के मौनी बाबा ने 40साल पहले राम मंदिर निर्माण के लिए मौन व्रत का प्रण लिया था। दतिया में रहने वाले ‘मौनी बाबा’ (मौन संत) ने 1984 में अयोध्या में रामलला के सिंहासन पर बैठने तक एक भी शब्द नहीं बोलने की शपथ ली थी। अब जब राममंदिर निर्माण का समय बिल्कुल नजदीक आ गया है तो उन्होंने 22 जनवरी को भगवान राम के नाम का जाप करके अपनी चुप्पी तोड़ने का फैसला किया है। फिलहाल, बाबा एक छोटे चॉकबोर्ड पर लिखकर लोगों को अपनी बात बताते हैं। मौनी बाबा 40 साल तक एक भी शब्द नहीं बोले। भक्तों से लिख कर अपने विचार व्यक्त करते रहे।
मौनी बाबा ने अन्न त्याग का भी प्रण लिया था। वहीं मौनी बाबा ने 1980 में यह भी प्रण लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। वह 44 साल से फल खाकर गुजारा कर रहे हैं। बाबा ने संकल्प लिया था कि जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता वो जूते चप्पल भी नहीं पहनेंगे।