बहराइच हिंसा को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गयी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है। दरअसल, बीते दो दिनों से बहराइच में हिंसा को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसको लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमला बोल रहे हैं।
लखनऊ। बहराइच हिंसा को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गयी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है। दरअसल, बीते दो दिनों से बहराइच में हिंसा को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसको लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमला बोल रहे हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, यूपी के बहराइच जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर हो जाना चिन्ताजनक। ऐसे हालात के लिए शासन-प्रशासन की नीयत व नीति पक्षपाती नहीं बल्कि पूरी तरह से कानूनवादी होना चाहिए ताकि सम्बंधित मामला गंभीर न होकर यहां शान्ति व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।
साथ ही, त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है। ऐसे अवसर पर विशेष प्रबंध जरूरी। यदि ऐसी जिम्मेदारी निभाई गयी होती तो बहराइच की घटना कभी भी घटित नहीं होती। सरकार हर हाल में अमन-चैन व लोगों के जान-माल व मजहब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
1. यूपी के बहराइच जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर हो जाना चिन्ताजनक। ऐसे हालात के लिए शासन-प्रशासन की नीयत व नीति पक्षपाती नहीं बल्कि पूरी तरह से कानूनवादी होना चाहिए ताकि सम्बंधित मामला गंभीर न होकर यहां शान्ति व्यवस्था की स्थिति बनी रहे। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) October 15, 2024
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बता दें कि, बहराइच के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विवाद में रामगोपाल मिश्रा (24) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस दौरान बड़ी संख्या में प्रभावित क्षेत्रों में फोर्स तैनात की गई है।