त्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सट्टेबाजों की जड़े काफी मजबूत हैं। पर्दाफाश न्यूज लगातार इन सट्टेबाजों के कारनामों को उजागर कर रहा है। इन सट्टेबाजों ने किसी का जीवन छीन लिया तो किसी का घर और मकान। अब एक सट्टेबाज का ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपने एजेंटों को धमकाते हुए कहा रहा है कि, कान खोलकर सुन लो, चार से पहले हिसाब क्लीयर होगा।
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सट्टेबाजों की जड़े काफी मजबूत हैं। पर्दाफाश न्यूज लगातार इन सट्टेबाजों के कारनामों को उजागर कर रहा है। इन सट्टेबाजों ने किसी का जीवन छीन लिया तो किसी का घर और मकान। अब एक सट्टेबाज का ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपने एजेंटों को धमकाते हुए कहा रहा है कि, कान खोलकर सुन लो, चार से पहले हिसाब क्लीयर होगा।
दरअसल, सट्टेबाजों को पुलिस महकमे के कुछ लोगों का भी आशीर्वाद प्राप्त है, जिसके कारण ये बेखौफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। पर्दाफाश न्यूज इन सट्टेबाजों के काले कारनामों को उजागर कर रहा है। इसके बाद सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो गयी है। बीते दिनों एसएसपी मुरादाबाद से अपना दल कमेरावादी मुरादाबाद मंडल अध्यक्ष रामेश्वर दयाल तुरैहा ने शिकायत की थी। उन्होंने कुछ पुलिसकर्मियों पर भी सट्टेबाजों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था।
मोटा जमाल पर लगाया सट्टेबाजी का आरोप
अपना दल कमेरावादी के मुरादाबाद मंडल अध्यक्ष रामेश्वर दयाल तुरैहा ने बीते दिनों एसएसपी सतपाल अंतिल से सट्टे का कारोबार करने वाले लोगों की शिकायत की थी। उन्होंने उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। आरोप है कि, फैजुल जमाल, सिपाही तेज सिंह अपने संरक्षण से नशे, सट्टे का अवैध कारोबार करा रहे हैं। उन्होंने एसएसपी को दिए, शिकायत पत्र में बताया कि सट्टे व नशे के कारण मेहनतकश नवयुवक व अन्य लोगों के साथ साथ महिलाओं पर भी इसका गलत असर पड़ रहा हैं।
अपने ठीकानों पर कराते हैं सट्टा
सूत्रों की माने तो सट्टेबाज आसानी से अपने काम को अंजाम दे देते हैं। इनके कई ठीकाने हैं, जहां ठीकाना बदलकर ये सट्टेबाजी का काम कराते हैं। इनके गुर्गों को भी इनके ठीकाने के बारे में जानकारी होती है, जो लोगों को यहां तक पहुंचाते हैं। इन सट्टेबाजों के खिलाफ अगर कार्रवाई शुरू हो जाए तो कई नाम चौंकाने वाले आयेंगे, जिसके संरक्षण में ये सट्टेबाजी को अंजाम देते हैं।
एजेंट के जरिए चलाते हैं अपना सट्टा
सट्टेबाजों के मुरादाबाद के साथ ही पूरे प्रदेश में एजेंट भी सक्रिय हैं, जो सट्टेबाजी का काम कराते हैं। इनके जरिए ही सट्टेबाजी में रुपये भी लगाए जाते हैं। ये एजेंट भी करोड़ों की संपत्ति इसके जरिए बना लिए हैं। यूपी के अलावा उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में भी सट्टाबाजों के साथ इन्होंने भी रियल स्टेट समेत अन्य कामों में रुपये लगाए हैं।
चार बजे तक हिसाब मिलने का ऑडियो वायरल
एक सट्टेबाज का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे ऑडियो में सट्टेबाज अपने एजेंटों को धमका रहा है। इसमें वो चार बजे तक हिसाब मिलने की नसीहत दे रहा है। साथ ही कह रहा है, जो भी एजेंट चार बजे तक हिसाब और स्लिप नहीं डाला तो जितने पैसे का स्लिप वहां से आएगा वही पैसे देने पड़ेंगे। सट्टेबाज एजेंटों से कह रहा है कि, ये कान खोलकर सुन लें चार बजे तक हिसाब होगा।
सट्टेबाजों का सरगना है सचिन पहाड़ी
सूत्रों की माने तो इन सट्टेबाजों का सरगना सचिन पहाड़ी (कान्हा ज्वैलर्स) है, जो करीब 20 साल पहले गैस सिलेंडर को ब्लैक में बेचने का काम करता था। आज ये हजारों करोड़ों रुपयों की संपत्ति का मालिक बन गया है। अहम बात ये है कि, ये अपने अलग अलग ठिकानों पर सट्टे खिलवाता है। यही नहीं सट्टे में हारे लोगों के घर और जमीन तक भी इन लोगों ने अपने नाम करा लिया। सबसे अहम बात ये है कि, सट्टेबाज के इस सरगना पर अभी तक कार्रवाई भी नहीं हुआ है। सूत्र कहते हैं कि, पुलिस—प्रशासन इनके संपत्ति की जांच करे तो इसकी अवैध कमाई और सट्टेबाजी की पोल खुल जाएगी।
ये लोग भी हैं काफी सक्रिय
सट्टेबाजो के सरगना सचिन पहाड़ी के कई गुर्गे भी हैं, जो इस काम के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना लिए हैं। इसमें कमलदीप टंडन, सचिन अग्रवाल उर्फ मोनू, सन्नी सेट्टी, लक्की गुप्ता (इन्वर्टर वाला), मुकुल गोटेवाला, मनीष अग्रवाल उर्फ मोना जैसे लोगों का नाम शामिल है।
राजू सरीन सट्टेबाजों के रुपयों का कराता है निवेश
इन सट्टेबाजों के अवैध धन को यूपी, उत्तराखंड समेत कई अन्य राज्यों में लगवाने का काम राजू सरीन करता है। हालांकि, करीब 20 साल पहले राजू सरीन कैटरिंग वाले के पास मामूली सी नौकरी करता था। इसके बाद इसने सट्टेबाजों के संपर्क में आया और उनके रुपयों को निवेश कराने लगा, जिसके बाद देखते ही देखते ये करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया। सूत्रों की माने तो पर्दे के पीछे से ये रियल स्टेट, ब्याज पर रुपये देना, रिजॉर्ट समेत अन्य जगहों पर लगाता है। इसके जरिए ये मोटा मुनाफा भी कमाता है। हालांकि, ये खुद की छवि को सफेदपोश की तरफ रखता है, जिसके कारण कोई इस पर शक न करे। सूत्र ये भी बतातें हैं कि, स्वंयवर वैंक्केट हॉल के ग्रुप में भी ये सभी सट्टेबाज जुड़े हुए हैं और कोड़ वर्ड के जरिए अपने अवैध काम को अंजाम देते हैं।