एक नए सर्वे में भारतीय व्यंजनों से सजी थाली को दुनिया में सबसे अच्छी थाली का खिताब मिला है। हाल ही में एक नई स्टडी सामने आई जिसमें भारत के खाने की थाली को दुनिया की सबसे अच्छी और हरी थाली में शुमार किया गया है। भारत को ये पहला स्थान चीन और इंडोनेशिया को पछाड़कर मिला है।
Indian Food : एक नए सर्वे में भारतीय व्यंजनों से सजी थाली को दुनिया में सबसे अच्छी थाली का खिताब मिला है। हाल ही में एक नई स्टडी सामने आई जिसमें भारत के खाने की थाली को दुनिया की सबसे अच्छी और हरी थाली में शुमार किया गया है। भारत को ये पहला स्थान चीन और इंडोनेशिया को पछाड़कर मिला है। लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट में भारत के भोजन उपभोग पैटर्न को बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ( जी 20 देशों ) में सबसे टिकाऊ बताया गया है, जिसमें कहा गया है कि अगर सभी देश भारत के पैटर्न को अपनाते हैं तो 2050 तक पृथ्वी पर खाद्य उत्पादन का समर्थन करना जलवायु के लिए सबसे कम हानिकारक होगा।
भारतीय व्यंजन संस्कृति और क्षेत्र के हिसाब से बनते हैं। यहां पर कई धर्म के लोग रहते हैं जो अपनी संस्कृति के हिसाब से खाना बनाते हैं। हमारे देश में कई खास मौकों पर छप्पन भोग बनते हैं। तरह-तरह की भोजन थालियां (वेज) बनाई जाती हैं।
भारत के बाद फूड रैंकिंग में इंडोनेशिया और चीन का नाम आया। इन दोनों देशों का खाना भी पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ और अच्छा आहार पैटर्न माना गया। वहीं, रिपोर्ट संयुक्त राज्य अमेरिका, अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया को लेकर कहा गया सबसे कम टिकाऊ खाना है और आहार पैटर्न भी कम अच्छा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों का बेहतरीन मिश्रण उपलब्ध मिलता है। जहां इसके उत्तरी भाग में मुख्य भोजन दाल या मांसाहारी व्यंजन और रोटी है, वहीं दक्षिण भारत का मुख्य भोजन इडली, डोसा, नारियल की चटनी और सांभर है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की मछलियां पश्चिमी, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं। साथ ही ज्वार, बाजरा, रागी और दलिया जैसे अनाज भी भारतीय खाने का अम हिस्सा हैं।