राहुल गांधी ने कहा, मोदी सरकार पब्लिक सेक्टर का धीरे-धीरे गला घोंट रही है। वो HEC का नाम बदलकर 'अडानी' का नेम प्लेट लगाना चाहती है। मैं जहां भी जाता हूं, वहां किसी न किसी पब्लिक सेक्टर के लोग हाथ मैं बैनर, पोस्टर, झण्डा लिए खड़े दिखते हैं। मोदी सरकार सारे पब्लिक सेक्टर को मारकर, अडानी का नेम प्लेट लगाना चाहती है। लेकिन मैं आप सभी को बता दूं- कांग्रेस ये कभी नहीं होने देगी।
Bharat Nyay Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी है। राहुल गांधी इस यात्रा के दौरा लोगों से मुलाकात कर रहे हैं और उनको संबोधित भी कर रहे हैं। झारखंड में राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जी, हेमंत सोरेन जी, पूरे गठबंधन और हमारे सभी विधायकों को बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि आपने BJP-RSS की साजिश को नाकाम कर दिया और यहां गरीबों की सरकार बरकरार रखी।
राहुल गांधी ने कहा, मोदी सरकार पब्लिक सेक्टर का धीरे-धीरे गला घोंट रही है। वो HEC का नाम बदलकर ‘अडानी’ का नेम प्लेट लगाना चाहती है। मैं जहां भी जाता हूं, वहां किसी न किसी पब्लिक सेक्टर के लोग हाथ मैं बैनर, पोस्टर, झण्डा लिए खड़े दिखते हैं। मोदी सरकार सारे पब्लिक सेक्टर को मारकर, अडानी का नेम प्लेट लगाना चाहती है। लेकिन मैं आप सभी को बता दूं- कांग्रेस ये कभी नहीं होने देगी।
आप अडानी की कंपनी के मैनेजमेंट की लिस्ट निकालिए, उसमें एक भी आदिवासी, दलित और पिछड़ा नहीं मिलेगा।
जबकि इस व्यक्ति को देश की पूरी पूंजी सौंपी जा रही है।
देश के डिफेंस सेक्टर के अधिकतर कांट्रैक्ट अडानी को दिए जा रहे हैं, क्योंकि ऐसा हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री चाहते हैं।
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— Congress (@INCIndia) February 5, 2024
साथ ही कहा, मैं BJP से कहना चाहता हूं-जो करना है, कर लो हम HEC (Heavy Engineering Corporation) पर अडानी का नाम नहीं लगने देंगे। ये देश की पूंजी है, ये किसी उद्योगपति की पूंजी नहीं है। ये फ्री का गिफ्ट अडानी को नहीं मिलेगा। इस देश में OBC, आदिवासी और दलित वर्ग के कितने लोग हैं? उन्होंने कहा, इस सवाल का सही जवाब कोई नहीं दे सकता। आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बताया कि वादे के मुताबिक तेलंगाना में जातिगत जनगणना शुरू कर दी गई है। कुछ ही महीनों में पता चल जाएगा कि तेलंगाना में कितने OBC, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, आप अडानी की कंपनी के मैनेजमेंट की लिस्ट निकालिए, उसमें एक भी आदिवासी, दलित और पिछड़ा नहीं मिलेगा। जबकि इस व्यक्ति को देश की पूरी पूंजी सौंपी जा रही है। देश के डिफेंस सेक्टर के अधिकतर कांट्रैक्ट अडानी को दिए जा रहे हैं, क्योंकि ऐसा हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री चाहते हैं। साथ ही कहा, आप प्राइवेट अस्पतालों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के मैनेजमेंट की लिस्ट निकालिए, उसमें आपको दलित और पिछड़ा वर्ग नहीं मिलेगा। वहीं आप कांट्रैक्ट पर काम करने वालों की लिस्ट निकालेंगे तो आपको दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग मिलेंगे। यानी इन लोगों को बंधुआ मजदूर बनाया जा रहा है।
जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा,आज मैंने देखा कि आदिवासी भाई साईकल पर 200 किलो कोयला लेकर जा रहे थे। ऐसी जगह आपको दलित,आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग मिल जाएंगे लेकिन किसी बड़े ऑफिस में नहीं मिलेंगे। इसलिए हमारा पहला कदम है जातिगत जनगणना कराना।