भगवान शिव की पूजा करने के लिए प्रदोष व्रत सबसे उत्तम माना जाता है। पौराणिक ग्रंथों में प्रदोष व्रत की महिमा के बारे में उल्लेख किया गया है। कुछ विशेष नियमों का पालन कर प्रदोष पूजा से भगवान शिव का आर्शिवाद प्राप्त किया जा सकता है।
Bhaum Pradosh Vrat 2024 : भगवान शिव की पूजा करने के लिए प्रदोष व्रत सबसे उत्तम माना जाता है। पौराणिक ग्रंथों में प्रदोष व्रत की महिमा के बारे में उल्लेख किया गया है। कुछ विशेष नियमों का पालन कर प्रदोष पूजा से भगवान शिव का आर्शिवाद प्राप्त किया जा सकता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न कर जीवन में सुख-समृद्धि, लक्ष्मी प्राप्त करने का स्वर्णिम अवसर है। प्रदोषकाल में शिव पूजन अत्यन्त लाभदायक होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का व्रत रखा जाता है। यह दिन शास्त्रों में बहुत ही शुभ माना जाता है। साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत मंगलवार यानी कि 9 जनवरी को पड़ने जा रहा है।
प्रदोष व्रत में व्रती को सांयकाल शिव जी का पूजन करके ही भोजन करना चाहिए। धन-सम्पत्ति प्राप्ति के लिए प्रदोष काल में शिव तांडव स्तोत्र का पाठ विशेष लाभदायक होता है। इस व्रत के पुण्य प्रभाव से सुहागन स्त्रियों का सुहाग अटल रहता है।