महाराष्ट्र की सत्ता शिवसेना गंवा चुकी है। इसके बाद भी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। शिवसेना से नेताओं के टूटने का दौर अब भी जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष और मंत्री रहे रामदास कदम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले उनके बेटे और विधायक योगेश कदम भी शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे।
मुंबई। महाराष्ट्र की सत्ता शिवसेना (Shiv Sena) गंवा चुकी है। इसके बाद भी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shiv Sena chief Uddhav Thackeray) की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। शिवसेना (Shiv Sena) से नेताओं के टूटने का दौर अब भी जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष और मंत्री रहे रामदास कदम (Ramdas Kadam ) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले उनके बेटे और विधायक योगेश कदम भी शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे।
रत्नागिरी में खेड़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राम कदम (Ramdas Kadam ) शिवसेना के उन कई बागी नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का पक्ष लेते देखा गया है। रामदास कदम (Ramdas Kadam ) का पिछले महीने परिवहन मंत्री अनिल परब के साथ अनबन हो गई थी और उन्होंने शिवसेना में दरकिनार किए जाने की शिकायत की थी। वहीं ऐसी अटकलें थीं कि परब के साथ विवाद के बाद कदम शिवसेना (Shiv Sena) छोड़ देंगे, उन्हें पार्टी सांसद और प्रवक्ता संजय राउत (Spokesperson Sanjay Raut) से मिलने के बाद मना लिया गया था।
कभी शिवसेना के साथ आखिरी सांस तक साथ रहने की बात कही थी
बता दें कि कुछ दिन पहले रामदास कदम (Ramdas Kadam ) ने कहा था कि मैं आखिरी सांस तक शिवसेना (Shiv Sena) के साथ हूं। मैं शिवसेना (Shiv Sena) और सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का समर्थन करता रहूंगा। यह सच है कि मेरे बेटे योगेश कदम को मतदाताओं की मांगों और उम्मीदों के कारण पार्टी नेतृत्व से कुछ शिकायतें हैं, लेकिन मैं शिवसेना (Shiv Sena) को नहीं छोड़ूंगा।
शिवसेना के नोटिस में शिंदे और रामदास कदम का नाम नहीं
शिवसेना की कार्यकारी समिति ने जहां 16 बागी विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 48 घंटे में जवाब मांगा है, वहीं बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और रामदास कदम (Ramdas Kadam ) सूची में शामिल नहीं हैं।