Bigg Boss 17 : बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) के तरफ से होस्ट किया जाने वाला रियलिटी शो 'बिग बॉस' का 17वां सीजन रविवार रात ग्रैंड फिनाले के साथ खत्म हो गया है। इसी के साथ इसे विनर भी मिल गया है। अंकिता लोखंडे, मनारा चोपड़ा, अभिषेक कुमार, अरुण महा शेट्टी को पछाड़कर 'बिग बॉस 17' की ट्रॉफी (Bigg Boss 17 Trophy) मुनव्वर फारूकी (Munawar Farooqui) ने अपने नाम की है।
Bigg Boss 17 : बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) के तरफ से होस्ट किया जाने वाला रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ का 17वां सीजन रविवार रात ग्रैंड फिनाले के साथ खत्म हो गया है। इसी के साथ इसे विनर भी मिल गया है। अंकिता लोखंडे, मनारा चोपड़ा, अभिषेक कुमार, अरुण महा शेट्टी को पछाड़कर ‘बिग बॉस 17’ की ट्रॉफी (Bigg Boss 17 Trophy) मुनव्वर फारूकी (Munawar Farooqui) ने अपने नाम की है। बताते चलें कि मुनव्वर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर शो के होस्ट सलमान खान (Salman Khan) को धन्यवाद दिया है। इसके आलावा अभिनेता ने ‘बिग बॉस’ (Bigg Boss)की उतार-चढ़ाव भरी जर्नी पर खुलकर बात की है।
मुनव्वर फारुकी (Munawar Farooqui) ने सलमान खान (Salman Khan) के साथ एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे ‘बिग बॉस’ 17वें सीजन (17th season of ‘Bigg Boss’) की ट्रॉफी पकड़े हुए भाईजान के साथ नजर आ रहे हैं। तस्वीर साझा कर मुनव्वर ने कैप्शन में लिखा, ‘बहुत-बहुत शुक्रिया जनता।’ उन्होंने आगे सलमान खान का धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके प्यार और सपोर्ट के लिए आखिर कर ट्रॉफी डोंगरी आ ही गई। मार्गदर्शन के लिए बड़े भाई सलमान खान (Salman Khan) को दिल से शुक्रिया।’
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‘बिग बॉस’ के 17वें सीजन (17th season of ‘Bigg Boss’) के विनर मुनव्वर फारूकी (Munawar Farooqui) को 50 लाख रुपये की इनामी राशि दी गई है। वहीं, इसके साथ ही विनर को एक चमचमाती कार और सीजन 17 की थीम (दिल, दिमाग और दम) पर आधारित एक शानदार ट्रॉफी भी दी गई है। बताया जा रहा है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार की इनामी राशि ज्यादा है।
ट्रॉफी मां को समर्पित की
मुनव्वर फारूकी (Munawar Farooqui) ने ‘बिग बॉस 17’ की ट्रॉफी उठाने के अनुभव को साझा करते हुए कहा, ‘यह एहसास अवास्तविक था, जिस तरह से मेरी यात्रा रही है, वह पल ऐसा था कि मैं उस ट्रॉफी का वजन महसूस कर सकता था। इस ट्रॉफी की मुझे बहुत कीमत चुकानी पड़ी।’ मुनव्वर ने ट्रॉफी अपनी मां को समर्पित करते हुए एक खूबसूरत शायरी बोली, ‘तू साथ न मां, पर साथ तेरा साया था, कितना मशहूर रुतबा एक कमाया था, वो तोड़ने आए थे मेरा मिट्टी का महल, लेकिन बेटा मुमताज का उनका ताज छीन के आया था।’