Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान से वोटो शेयरिंग को लेकर खींचतान जारी है। एलजेपी-आर प्रमुख चिराग पासवान के बाद अब हम (HAM) प्रमुख जीतनराम मांझी ने भी भाजपा और जेडीयू के खिलाफ दबाव की रणनीति अपनानी शुरू कर है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री मांझी ने रविवार को अपने आवास बोधगया में ऐलान किया है कि अगर उनकी पार्टी को एनडीए कम से कम 15 सीटें नहीं देता तो वह 100 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान से वोटो शेयरिंग को लेकर खींचतान जारी है। एलजेपी-आर प्रमुख चिराग पासवान के बाद अब हम (HAM) प्रमुख जीतनराम मांझी ने भी भाजपा और जेडीयू के खिलाफ दबाव की रणनीति अपनानी शुरू कर है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री मांझी ने रविवार को अपने आवास बोधगया में ऐलान किया है कि अगर उनकी पार्टी को एनडीए कम से कम 15 सीटें नहीं देता तो वह 100 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे।
जीतनराम मांझी ने एनडीए के दलों को चेतावनी दी है कि अगर उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें नहीं दी गईं तो वह अकेले ही मैदान में उतरेंगे। 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने हर विधानसभा क्षेत्र में हम (HAM) के 10–15 हजार वोटर मौजूद होने का भी दावा किया है। इस आधार पर वे चुनाव में अकेले भी 6 प्रतिशत वोट हासिल कर सकते हैं। मांझी ने यह भी कहा, ‘मान्यता न मिलना अपमान जैसा लगता है। जिसके लिए विधानसभा 8 सीटों की जरूरत है और कुल वोट का 6 प्रतिशत वोट होना चाहिए। अगर उन्हें 15 सीटें मिलती हैं तो कम से कम 8 सीटों पर जीत होनी तय है।’ उन्होंने भरोसा जताया कि उन्हें पर्याप्त सीटें मिलेंगी और 2025 में उनकी पार्टी मान्यता प्राप्त हो जाएगी।
मांझी की इस डिमांड से भाजपा और जेडीयू की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं, क्योंकि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पहले ही 40 सीटों की मांग कर रहे हैं। लेकिन, एनडीए में उन्हें 20 सीटें ही मिलने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे का फार्मूला लगभग तय हो गया। जिसमें जेडीयू और भाजपा के बीच 102-103 सीटों का बंटवारा होना तय है। जिसके बाद तीसरा बड़ा हिस्सा चिराग की पार्टी को मिलेगा। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बाकी बची 38 सीटों में किसको कितनी सीट दी जाती है।