इस बजट को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से निशाना साधा जा रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बजट पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है।
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2024 के अंतरिम बजट पेश किया है। वित्त मंत्री का ये छठा और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी और अंतरिम बजट है। सरकार का दावा है कि इस बजट में किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीबों को ध्यान में रखते हुए अंतरिम बजट 2024 में कई बड़े फैसले किए गए हैं।
वहीं, इस बजट को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से निशाना साधा जा रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बजट पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, ”कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है। भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।”
बता दें कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वित्तीय वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश कर दिया है। इस दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि देश भर में गांवों में 2 करोड़ और पीएम आवास तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा मध्यम आय वर्ग वालों के लिए भी एक आवासीय योजना शुरू होगी। वित्त मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के दायरे को भी बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा कि अब इसके तहत आशावर्करों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी कवर किया जाएगा। निर्मला सीतारमण का यह लगातार छठा बजट था। इसमें उन्होंने टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है, जिससे सैलरीड क्लास को मायूसी हाथ लगी है, जो स्टैंडर्ड डिडक्शन में राहत की उम्मीद कर रहा था।