ब्रिटेन की संसद में एक नये मुददे पर बहस जोर पकड़ लिया है। ताजी बहस का मुददा संसद के भीतर सांसद के द्वारा अपने बच्चों को लेकर बैठने को लेकर है।
Britain: ब्रिटेन की संसद में एक नये मुददे पर बहस जोर पकड़ लिया है। ताजी बहस का मुददा संसद के भीतर सांसद के द्वारा अपने बच्चों को लेकर बैठने को लेकर है। दर असल ये पूरा मामला उस समय जोर पकड़ लिया जब सांसद स्टेला क्रेसी सदन के भीतर अपने तीन महीने के बच्चे को गोद में लेकर पहुंची थीं। अथॉरिटी ने ऐतराज जताते हुए उनको बच्चे को ना लेकर आने को कहा है। इस पर सांसद स्टेला क्रेसी ने कड़ा एतराज जताया है। स्टेला क्रेसी कई दूसरे संसद सदस्यों का भी साथ मिला है। सदस्यों ने मांग की है कि बच्चों को ना लाने से जुड़े नियम में बदलाव किया जाए।
लेबर पार्टी सासंद स्टेला क्रेसी को बेटे पिप को लेकर सदन की बहस में जाने के बाद उन्हें हाउस ऑफ कॉमन्स के अधिकारियों से एक पत्र मिला है। पत्र मेें कहा गया कि वो वह अपने 3 महीने के बच्चे को हाउस ऑफ कॉमन्स चैंबर में नहीं ला सकती हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कई ब्रिटिश राजनेताओं ने संसदीय नियमों में बदलाव की मांग करते हुए कहा है कि छोटे बच्चों को साथ ले जाने की इजाजत होनी चाहिए।
स्टेला क्रेसी ने कहा है कि वह पहले पिप और अपनी बड़ी बेटी दोनों को बिना किसी समस्या के संसद लेकर जाती रही हैं। यह नियम राजनीति को फैमिली फ्रेंडली बनाने के प्रयासों को कमजोर करता है। इससे मांओं को राजनीति में सक्रिय रहने में बाधाएं खड़ी होंगी और मुझे लगता है कि यह हमारी राजनीतिक बहस को भी नुकसान पहुंचाएगा।