उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सियासी हलचल तेज हो गई है। ये हलचल इसलिए बढ़ी है कि बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) और बलिया (Ballia) के रसड़ा से बसपा विधायक उमाशंकर सिंह (Uma Shankar Singh) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास आवास पर बसपा के दोनों नेताओं ने मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से मुलाकात की है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सियासी हलचल तेज हो गई है। ये हलचल इसलिए बढ़ी है कि बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) और बलिया (Ballia) के रसड़ा से बसपा विधायक उमाशंकर सिंह (Uma Shankar Singh) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास आवास पर बसपा के दोनों नेताओं ने मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से मुलाकात की है।
इस दौरान बसपा के दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपा है। इस दौरान बसपा शासनकाल में बनाई गई स्माराकों की देखरेख और पार्कों की बदहाल स्थिति को लेकर चर्चा हुई। इसको लेकर मायावती ने कहा कि, बसपा शासनकाल में बनाए गए पार्कों और स्मारकों की देखरेख नहीं हो रही है, जिसके कारण ये पार्क और स्मारक बदहाल हो गए हैं।
इस पर तत्काल यूपी सरकार को ध्यान देना चाहिए। बता दें कि, बसपा सरकार के दौरान 2007 से 2012 के बीच में कई पार्कों और स्मारक का निर्माण कराया गया था। वहीं, बसपा सरकार जाने के बाद से मायावती ने इनकी देखरेख के लिए पहले भी कई सवाल उठाए थे।
बताया जा रहा है कि इसको लेकर बसपा ने एक सर्वे कराया गया, इसमें पाया गया कि स्मारकों की देखरेख में हीलाहवाली चल रही है। इसी क्रम में आज बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) और विधायक उमाशंकर सिंह (Uma Shankar Singh) ने इस मामले में विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा है और पार्कों व स्मारकों की देखरेख की मांग की है।