कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने यूजर्स को एक खास सुविधा देने की योजना बना रहा है। दरअसल शिकायत दर्ज कराने के इच्छुक या निवारण तंत्र का सहारा लेने के इच्छुक ग्राहकों को सिंगल-विंडो इंटरफ़ेस (Single-Window Interface) प्रदान करने के उद्देश्य से चौबीसों घंटे चलने वाला बहुभाषी “कॉन्टेक्ट सेंटर” स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है।
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने यूजर्स को एक खास सुविधा देने की योजना बना रहा है। दरअसल शिकायत दर्ज कराने के इच्छुक या निवारण तंत्र का सहारा लेने के इच्छुक ग्राहकों को सिंगल-विंडो इंटरफ़ेस (Single-Window Interface) प्रदान करने के उद्देश्य से चौबीसों घंटे चलने वाला बहुभाषी “कॉन्टेक्ट सेंटर” स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। ईपीएफओ (EPFO) अपने करीब 7 करोड़ सक्रिय ग्राहकों के लिए एक एंटीग्रेटेड कॉल सेंटर (Integrated Call Center) स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, यह कदम EPFO ने हाल के महीनों में शिकायतों के समाधान में देरी और क्लेम सेटलमेंट नामंजूर होने की बढ़ती संख्या को लेकर उठाया है. इस मुद्दे को लेकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
कॉन्टेक्ट सेंटर 23 भाषाओं में होगा संचालित
ईपीएफओ (EPFO) ने इस संपर्क केंद्र की स्थापना के लिए एक टेंडर जारी किया है, एक मजबूत सिस्टम के साथ 24×7 और 365 दिन काम करेगा। इसका मकसद मल्टी-चैनल (हेल्पलाइन नंबर, विभिन्न कार्यालयों के लैंडलाइन फोन, पंजीकरण पोर्टल, व्हाट्सएप, सोशल मीडिया, फिजिकल डाक के जरिए मिलने वाली शिकायत को सुनना और समझना है।
ईपीएफओ (EPFO) ने टेंडर में 23 भाषाओं को लिस्ट किया है। इनमें हिंदी, इंग्लिश, असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, कन्नड़, कश्मीर, कोंकणी, मैथिली, मलयालम समेत अन्य भाषाएं शामिल हैं। इससे पहले, ईपीएफओ (EPFO) ने एक टोल-फ्री नंबर (1800118005) के साथ एक हेल्पलाइन शुरू की थी। हालाँकि, यह हेल्पलाइन नंबर अधिकतर पहुंच से बाहर रहता था।