प्राकृतिक सौंदर्य का वरदान चिल्का झील का दृश्य मंत्रमुग्ध करने वाला होता है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय इसकी छटा देखने लायक होती है।
Chilika lake natural beauty : प्राकृतिक सौंदर्य का वरदान चिल्का झील का दृश्य मंत्रमुग्ध करने वाला होता है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय इसकी छटा देखने लायक होती है। भारत के समुद्री तट पर बसे ओडिशा में यह झील प्रकृति का अनुपम उपहार है। इस झील के नजारे को निहारने के लिए पर्यटक देश विदेश से यहां खिंचे चले आते है।
ये झील एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील ( Salt water lake ) है। इस झील की लंबाई 70 किलोमीटर और चौड़ाई 15 किलोमीटर है। ओडिशा आने वाले सैलानी इस झील को देखने के लिए और यहां बोटिंग के लिए जरूर जाते हैं। प्रकृति सौन्दर्य प्रेमियों (Nature beauty lovers) के लिए चिल्का झील ओडिशा (Chilka Lake, Odisha) का प्रमुख पर्यटन स्थल है। वेहद मोहक नजारे वाली यह झील लगभग 1100 वर्ग किलोमीटर में फैली हैं
सैलानी लंबी नाव की सवारी कर सकते हैं
यह झील जलीय वनस्पतियों ( aquatic plants), जीव जन्तुओं और पक्षी बिहार के आकर्षक नजारों (Attractive views of Birds of Bihar) के लिए जानी-जाती है। इस झील में सैलानी लंबी नाव की सवारी कर सकते हैं।
मां काली की पूजा होती
इसके अलावा भी झील के आसपास घूमने की कई जगहें हैं. यहां आप चिल्का झील पक्षी अभयारण्य देख सकते हैं। यहां कई तरह के पक्षियों को करीब से देख सकते हैं। पर्यटक यहां कालिजाई मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर चिल्का झील के एक द्वीप पर स्थित है। जहां मां काली की पूजा होती है। इस मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालु चिल्का झील से नाव के जरिए पहुंचते हैं।