घूमना फिरना और नई नई जगह जाना मानव का स्वभाव है। आज के दौर में लो प्रकृति के नजारों अहसास चाहते है।
Chitkul Tourist Hill Station : घूमना फिरना और नई नई जगह जाना मानव का स्वभाव है। आज के दौर में लो प्रकृति के नजारों अहसास चाहते है। धरती को एक कोने से दूसरे कोने तक घूम लेना चाहते है। मौसमें हिसाब से पर्यटन करना सैलानियों को सूट करता है। गर्मियों में सैलानी हिल स्टेशन पर कुछ दिन आराम से गुजारना चाहते है।
किन्नौर घाटी में बसा हुआ चितकुल कुल टूरिस्टों को अपनी ओर खींचता है। यहां के प्राकृतिक वातावरण में सैलानियों को आंतरिक खुशी मिलती है। रकचम गांव से चितकुल जा सकते हैं। यहां पास ही स्थित बेरिंग नाग मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। चितकुल को भारत-तिब्बत रोड पर भारतीय सीमाओं के भीतर स्थित अंतिम आबाद गाँव कहा जाता है। यह गाँव सांगला से 28 किमी की दूरी पर किन्नौर घाटी में 3450 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह जगह लगभग 600 से अधिक स्थानीय लोगों के साथ आबाद है ।
चितकुल भी एक साहसिक शिविर और एक पर्यटन स्थल है जो हिमालय का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। पर्यटकों को यहां बहुत कुछ देखने को मिलता है।