CJI Oath Ceremony: भारत के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई आज रविवार रिटायर हो रहे हैं। जिनकी जगह जस्टिस सूर्यकांत लेने वाला हैं। वह सोमवार को देश के 53वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेंगे। नए सीजेआई का शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में श्रीलंका, भूटान, मॉरीशस, ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे।
CJI Oath Ceremony: भारत के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई आज रविवार रिटायर हो रहे हैं। जिनकी जगह जस्टिस सूर्यकांत लेने वाला हैं। वह सोमवार को देश के 53वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेंगे। नए सीजेआई का शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में श्रीलंका, भूटान, मॉरीशस, ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे।
देश के वर्तमान चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई ने 14 मई 2025 को जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायर होने के बाद इस पद को संभाला था। जिसके बाद रविवार को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है। उनके बाद अब जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 को नए सीजेआई के रूप में शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल 9 फरवरी, 2027 तक यानी लगभग 14 महीने का होगा। भारतीय न्यायिक इतिहास में यह पहली बार होगा जब इतना बड़ा इंटरनेशनल न्यायिक डेलीगेशन किसी भारत के चीफ जस्टिस के शपथ समारोह में शामिल होगा। शपथ ग्रहण समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस के साथ उनके परिवार के सदस्यों के भी शामिल होने की उम्मीद है।
कौन हैं नए सीजेआई जस्टिस सूर्यकांत?
जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 1962 में हरियाणा के हिसार जिले के पेटवाड़ गाँव में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता मदन गोपाल शर्मा संस्कृत शिक्षक थे। उन्होंने 1981 में सरकारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिसार से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1984 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय , रोहतक से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की । उन्होंने 2011 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जस्टिस के रूप में अपनी पदोन्नति से पहले, वह एक वरिष्ठ अधिवक्ता थे और उन्होंने हरियाणा के महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य किया। वे राष्ट्रीय विधि अध्ययन एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय, रांची के विजिटर भी हैं। इसके अलावा, वे राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के पदेन कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं।