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CM Champai Soren : झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन, काफी संघर्ष भरा रहा सीएम की कुर्सी तक पहुंचने का सफर

अवैध जमीन घोटाले में फंसे हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री पद की शपथ शुक्रवार को ले ली है। चंपई सोरेन झारखंड विधानसभा में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी से सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक हैं। अभी तक कैबिनेट मंत्री के रूप वह हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

By संतोष सिंह 
Updated Date

रांची। अवैध जमीन घोटाले में फंसे हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन (Champai Soren) ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री (12th Chief Minister of Jharkhand) पद की शपथ शुक्रवार को ले ली है। चंपई सोरेन (Champai Soren) झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी (JMM) से सरायकेला विधानसभा सीट (Seraikela Assembly Seat) से विधायक हैं। अभी तक कैबिनेट मंत्री के रूप वह हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Government) में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग (Backward Class Welfare Department) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

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‘झारखंड टाइगर’ के नाम से हैं चर्चित

चंपई ने 1974 में जमशेदपुर स्थित राम कृष्ण मिशन हाई स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की थी। जब बिहार से अलग झारखंड राज्य (Jharkhand State) की मांग उठ रही थी उस दौरान चंपई का नाम खूब चर्चा में रहा। शिबू सोरेन (Shibu Soren) के साथ ही चंपई ने भी झारखंड के आंदोलन में भाग लिया। इसके बाद ही लोग उन्हें ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से बुलाने लगे।

1991 में चंपई पहली बार विधायक बने

चंपई संयुक्त बिहार में 1991 में उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। के.सी.मार्डी के इस्तीफा के बाद चंपई ने बतौर निर्दलीय चुनाव जीता था। फिर 1995 में झामुमो (JMM) के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे। वहीं 2005 में चंपई झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद 2009 में भी विधायक बने। उन्होंने अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) वाली सरकार में सितंबर 2010 से जनवरी 2013 तक विज्ञान और प्रौद्योगिकी, श्रम और आवास मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। वहीं जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन कैबिनेट मंत्री थे।

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2014 में फिर झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) के लिए चुने गए। वहीं 2019 में भी विधायक बने। इसके साथ ही वह हेमंत सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बन गए। 2019 में चंपई ने अपनी संपत्ति 2.55 करोड़ बताई थी।

शिबू सोरेन के साथ लंबे समय तक काम किया

अवैध जमीन घोटाले में फंसे हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा दे दिया। इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस गठबंधन ने सोरेन सरकार में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया। इससे पहले सोरेन परिवार के बाहर जिन नामों पर चर्चा चल रही थी उनमें हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) के मंत्री का नाम सबसे आगे था। इनमें परिवहन मंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren)  का नाम सबसे आगे रहा है। वह हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के सबसे खास लोगों में शामिल हैं। चंपई ने शिबू सोरेन (Shibu Soren) के साथ लंबे समय तक काम किया है।

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