पीलीभीत टाइगर रिजर्व को प्रथम ग्लोबल अवॉर्ड से पुरस्कृत किया गया है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2018 में बाघ गणना में बाघों की संख्या 173 थी, यूपी सरकार के प्रयास से आज इनकी संख्या बढ़कर के 205 से अधिक हो गई है। हम अपनी प्राकृतिक व्यवस्था को किसी भी प्रकार के पर्यावरण के प्रदूषण से मुक्त रखें, शुद्ध रखें।
पीलीभीत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पीलीभीत पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ‘वन्य प्राणि सप्ताह-2023’ के अवसर पर पीलीभीत में ‘वन्य जीव संरक्षण और सतत इको पर्यटन विकास’ कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर लगभग ₹250 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया।
इसके साथ ही, प्रदर्शनी का अवलोकन कर वन्य जीवों की सुरक्षा व संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रकृति प्रेमियों को सम्मानित भी किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि, …जब यह धरती रहेगी, मनुष्य भी रहेगा। जब जीव-जन्तु रहेंगे, चाहे पालतू हों या जंगली, जब वनस्पतियां रहेंगी, पानी के प्रवाह के लिए स्रोत बने रहेंगे, तालाब रहेंगे, जंगल रहेंगे… यह सभी कुछ जब रहेगा तो मनुष्य के अस्तित्व के सामने कोई संकट नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, पीलीभीत टाइगर रिजर्व को प्रथम ग्लोबल अवॉर्ड से पुरस्कृत किया गया है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2018 में बाघ गणना में बाघों की संख्या 173 थी, यूपी सरकार के प्रयास से आज इनकी संख्या बढ़कर के 205 से अधिक हो गई है। हम अपनी प्राकृतिक व्यवस्था को किसी भी प्रकार के पर्यावरण के प्रदूषण से मुक्त रखें, शुद्ध रखें।
'वन्य प्राणि सप्ताह-2023' के अवसर पर आज जनपद पीलीभीत में 'वन्य जीव संरक्षण और सतत इको पर्यटन विकास' कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर लगभग ₹250 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास हुआ।
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साथ ही, प्रदर्शनी का अवलोकन कर वन्य जीवों की सुरक्षा व संवर्धन के क्षेत्र… pic.twitter.com/IeSobaKPqZ
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 6, 2023
मुख्यमंत्री ने कहा,अपने भविष्य को बचाने के लिए हम वर्तमान के साथ स्वयं खिलवाड़ न करें। जैसे मनुष्य के प्रति संवेदनशील बनने के लिए हमें संस्कार मिलते हैं, ऐसे ही जीव व जन्तु के साथ भी उतने ही संवेदनशील तरीके से आगे बढ़ने के लिए तैयार रहें। उत्तर प्रदेश में जहां देश के सर्वाधिक धार्मिक पर्यटक व श्रद्धालु आते हैं, वहीं इको-टूरिज्म के लिए भी उत्तर प्रदेश के अंदर अनंत संभावनाएं हैं।