मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा कि, चुनाव के चलते ही सही पर प्रधानमंत्री जी को आज 10 साल बाद, आदिवासियों और जनजाति कल्याण की याद तो आई है। हम मोदी सरकार से 3 सवाल पूछना चाहते हैं-जिसमें पहला सवाल है कि, 2013 के मुक़ाबले, आदिवासियों के ख़िलाफ़ अपराध में 48.15% की वृद्धि क्यों हुई? उन्होंने इसके पीछे NCRB के आंकड़े का हवाला दिया है।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, 2013 के मुकाबले आदिवासियों के खिलाफ अपराध में वृद्धि हुई है। एनसीआरबी के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। साथ ही कहा, मोदी सरकार पुरानी विफल हुई योजना का नाम बदलकर, चुनावी मौसम में आदिवासी समाज को ठगने की कोशिश कर रही है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा कि, चुनाव के चलते ही सही पर प्रधानमंत्री जी को आज 10 साल बाद, आदिवासियों और जनजाति कल्याण की याद तो आई है। हम मोदी सरकार से 3 सवाल पूछना चाहते हैं-जिसमें पहला सवाल है कि, 2013 के मुक़ाबले, आदिवासियों के ख़िलाफ़ अपराध में 48.15% की वृद्धि क्यों हुई? उन्होंने इसके पीछे NCRB के आंकड़े का हवाला दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने दूसरा सवाल पूछा कि, क्यों भाजपा की डबल इंजन सरकारें ‘वन अधिकार क़ानून, 2006’ को लागू करने में पूरी तरह विफ़ल रही हैं? इसके साथ ही तीसरा सवाल पूछा कि, इस event के पहले, मोदी सरकार के Ministry of Tribal Affairs की Development Scheme for Particularly Vulnerable Tribal Groups (PVTGs) योजना के ख़र्च में लगातार गिरावट क्यों आई? यह वर्ष 2018-19 में ₹250 करोड़ से गिरकर वर्ष 2022-23 में महज ₹6.48 करोड़ ही रह गई है।ऐसा संसदीय समिति कहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, मोदी सरकार पुरानी विफल हुई योजना का नाम बदलकर, चुनावी मौसम में आदिवासी समाज को ठगने की कोशिश कर रही है। जल-जंगल-जमीन और आदिवासी सभ्यता का संरक्षण हमारा कर्तव्य है और कांग्रेस पार्टी देश के आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी।