Constitution Day 2021 live : भारत 72वां संविधान दिवस (Constitution Day) शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस मौके पर संसद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) कर रहे हैं। इस दौरान उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू (Vice President Venkaiah Naidu) भी मौजूद हैं। कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।
नई दिल्ली। Constitution Day 2021 live : भारत 72वां संविधान दिवस (Constitution Day) शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस मौके पर संसद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) कर रहे हैं। इस दौरान उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू (Vice President Venkaiah Naidu) भी मौजूद हैं। कांग्रेस (Congress) समेत 14 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है। इस अवसर पीएम मोदी (PM Modi) ने मौजूद सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान (Constitution) की भावना को चोट पहुंची है। इसकी एक-एक धारा को चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि जब राजनैतिक धर्म लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों। जो दल लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं? राजनीतिक दल, पार्टी- फॉर द फैमिली, पार्टी- बाय द फैमिली… आगे कहने की जरूरत नहीं लगती।
Addressing the programme to mark Constitution Day in Central Hall. https://t.co/xmMbNn6zPV
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2021
कोई भी संविधान चाहे वह कितना ही सुंदर, सुव्यवस्थित और सुदृढ़ क्यों न बनाया गया हो, यदि उसे चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है।
कोई भी संविधान चाहे वह कितना ही सुंदर, सुव्यवस्थित और सुदृढ़ क्यों न बनाया गया हो, यदि उसे चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है। pic.twitter.com/UFpvSIpEXJ
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2021
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि हमारा संविधान सहस्त्रों वर्षों की महान परंपरा, अखंड धारा की अभिव्यक्ति है। इसलिए हमारे लिए संविधान के प्रति समर्पण और जब हम इस संवैधानिक व्यवस्था से जन प्रतिनिधि के रूप में ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक जो भी दायित्व निभाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें संविधान के भाव से अपने आप को सजग रखना होगा। संविधान को कहां चोट पहुंच रही है उसे भी नजर अंदाज नहीं कर सकते।
Best wishes to our citizens on Constitution Day.
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On this special day, sharing a part of Dr. Ambedkar’s speech
in the Constituent Assembly on 4th November 1948 in which he moved a motion for adoption of the Draft Constitution as settled by the Drafting Committee. pic.twitter.com/pviZNrKsGd— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2021
इस अवसर पर पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज डॉ. आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, पूज्य बापू महात्मा गांधी को नमन करने का दिन है। आजादी के लिए जिन्होंने अपने आपको खपाया, उन सबको नमन करने का दिन है। आज 26/11 ऐसा दुखद दिन है। जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में ऐसी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया। भारत के संविधान में सूचित देश के सामान्य मानवीय की रक्षा की जिम्मेदारी के तहत अनेक हमारे वीर जवानों ने आतंकियों से लोहा लेते-लेते सर्वोच्च बलिदान दिया। आज उन बलिदानियों को भी आदर पूर्वक नमन करता हूं।
संसद में हम देश की 135 करोड़ जनता का करते हैं प्रतिनिधित्व : ओम बिरला
इस अवसर पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने कहा कि हमारे प्रगतिशील संविधान (progressive constitution) को देश विदेश हर जगह सम्मान की दृष्टि व प्रेरणा के श्रोत के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान ने नागरिकों के लिए न्याय की व्यवस्था की है। ओम बिरला (Om Birla) ने कहा कि संसद में हम देश की 135 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां पर होने वाले चिंतन से जो अमृत निकलेगा, उसे आमजन के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है, लेकिन जरूरी है कि संसद में हम मर्यादापूर्ण आचरण करें। हम राष्ट्रहित में सामूहिकता से काम करें।