आमतौर पर भगवान को भोग लगाने के लिए घरों में मिश्री का इस्तेमाल किया जाता है। मिश्री का सेवन कई रोगो में अचूक नुस्खा माना जाता है। मिश्री को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। मिश्री का सेवन करने से वेट कंट्रोल किया जा सकता है।
Benefits of Mishree: आमतौर पर भगवान को भोग लगाने के लिए घरों में मिश्री का इस्तेमाल किया जाता है। मिश्री का सेवन कई रोगो में अचूक नुस्खा माना जाता है। मिश्री को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। मिश्री (Mishree) का सेवन करने से वेट कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए मिश्री को सौंफ के साथ पीस लें। अब इस पाउडर को डेली एक चम्मच इस्तेमाल करने से वेट कंट्रोल किया जा सकता है।
अक्सर आपने देखा होगा होटल और रेस्टोरेंट वगैरह में खाने के बाद सौंफ और मिश्री सर्व की जाती है। क्योंकि मिश्री (Mishree) पाचन को बेहतर करती है। वहीं मिश्री और सौंफ को एक साथ खाने से पाचन बेहतर होता है। मिश्री में खाने को पचाने में हेल्प करती है।
मिश्री (Mishree) का सेवन करने से तुरंत एनर्जी देने में हेल्प करता है। मिश्री का सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। मिश्री को गर्म दूध के साथ सोने से पहले पीने से मेमोरी बेहतर होती है। जिन लोगो को नाक से खून आने की दिक्कत हो ऐसे लोगो के लिए मिश्री का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
मिश्री (Mishree) की तासीर ठंडी होती है। नाक से खून आने की दिक्कत अधिकतर गर्मियों में होती है। इस दौरान मिश्री खाने से आराम मिलता है। इसके अलावा गले में खराश और मुंह के छालों में मिश्री का सेवन फायदेमंद होता है।
सर्दियों में मिश्री (Mishree) का सेवन करने के कई फायदे होते है। अगर आप जुकाम से परेशान है तो मिश्री का सेवन करने से आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए बस मिश्री को पीस लें और इसमें काली मिर्च का पाउडर मिला लें। घी मिलाकर सेवन करने से खांसी में आराम मिलेगा।